
Deoghar: देवघर के रजत मुखर्जी अनोखे अंदाज से मनाते हैं क्रिसमस
देवघर। बंगाली समाज से आने वाले रजत मुखर्जी क्रिसमस को कुछ अनोखे अंदाज में मनाते हैं। डाक टिकट के जरिए प्रभु यीशु की जीवनी को लोगों के बीच रखते हैं।
एक तरफ आज जहां धर्म पर राजनीति और भाईचारे को समाप्त किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर एक बंगाली परिवार में जन्मे रजत मुखर्जी प्रभु यीशु के जन्मदिन को डाक टिकट के जरिए लोगों को भाईचारे और शांति का संदेश दे रहे हैं।
रजत मुखर्जी एक डाक टिकट संग्राहक और पशु पक्षियों के प्रेमी है और इनके पास 50,000 से ज्यादा डाक टिकट है। इन में सैकड़ों ऐसे डाक टिकट है जिनमें प्रभु यीशु की जीवनी की झलक मिलती है इन सबों को संग्रह कर रजत मुखर्जी प्रभु यीशु की जीवनी को दर्शाते हैं
रजत मुखर्जी कहते हैं कि कोई भी धर्म नफरत नहीं सिखाता ऐसे में एक डाक टिकट संग्राहक होने के कारण यह प्रभु यीशु की क्रिसमस पर्व को पिछले 30 सालों से मना रहे हैं।
रजत मुखर्जी गानों के भी शौकीन हैं कई बेहतरीन गाने इनके लोगों के दिलों को छू लेती है वहीं दूसरी ओर पशु पक्षियों से प्रेम इन्हें और लोगों से जुदा करती है क्रिसमस के दिन इनके डाक टिकट के संग्रह को देखने के लिए काफी लोग आते हैं
रजत मुखर्जी का मानना है कि गीता में श्रीकृष्ण ने कहा था कि जो दूसरों को शांति का पाठ पढ़ा है वही धर्म है और प्रभु यीशु की जीवनी लोगों को शांति और भाईचारे का संदेश देती है इसलिए बना ली परिवेश से आने के बावजूद भी यह क्रिसमस को अनोखे अंदाज में मनाते हैं।