
Deoghar: उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न।
योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु दिए कई अहम निर्देश
देवघर। समाज कल्याण विभाग की गहन समीक्षा बैठक का आयोजन विकास भवन सभागार में उप विकास आयुक्त श्री सिन्हा की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रत्येक सप्ताह महिला पर्यवेक्षिकाओं एवं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के साथ बैठक करना सुनिश्चित करें, ताकि योजनाओं का प्रभावी जमीनी क्रियान्वयन हो सके।
उन्होंने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के सभी पात्र लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने का निर्देश समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया। साथ ही सेविकाओं के प्रशिक्षण और दक्ष सेविकाओं को प्रशिक्षक के रूप में विकसित कर सम्मानित करने पर जोर दिया।
साइबर सुरक्षा को लेकर उन्होंने संबंधित पोर्टलों के पासवर्ड समय-समय पर बदलने का सुझाव दिया। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के सभी आवेदनों के समय पर निस्तारण और महिला पर्यवेक्षिकाओं को लंबित मामलों की दैनिक निगरानी का निर्देश दिया गया।
ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (VHSND) का आयोजन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित रूप से सुनिश्चित करने को कहा गया। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि ANM की ड्यूटी रोस्टर VHSND को ध्यान में रखते हुए तैयार की जाए।
मनरेगा के तहत निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवनों की सघन निगरानी कर उन्हें शीघ्र पूरा करने पर बल दिया गया। कुपोषण उपचार केंद्रों (MTC) के रिक्त बिस्तरों की जानकारी महिला पर्यवेक्षिकाओं से प्रमाणित कराई जाएगी। यदि क्षेत्र में कोई गंभीर कुपोषित (SAM) बच्चा हो तो उसे तुरंत भर्ती कराने का निर्देश दिया गया।
महिला पर्यवेक्षिकाओं को सेविकाओं को facial recognition और eKYC के माध्यम से पोषक तत्व वितरण में प्रशिक्षित करने तथा दैनिक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया।
प्रत्येक महिला पर्यवेक्षिका को महीने में कम से कम 80% आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करने का निर्देश दिया गया। साथ ही केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शिष्टाचार, प्रार्थनाएं, गिनती एवं बाल कविताएं सिखाने पर जोर दिया गया।
पोषण ट्रैकर ऐप में समयबद्ध एवं नियमित प्रविष्टियां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उप विकास आयुक्त ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों को योजनाओं को पारदर्शिता और निष्ठा से ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने और लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (CDPO), महिला पर्यवेक्षिकाएं एवं ए.बी.एफ उपस्थित रहे।