
Deoghar: श्रावण प्रदोष पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक, विश्व कल्याण की हुई कामना
देवघर। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रदोष तिथि पर मंगलवार को बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धा और भक्ति का विशेष माहौल देखने को मिला। इस अवसर पर राधा कृष्ण मंदिर परिसर में बाबा बैद्यनाथ विल्व पत्र प्रदोष पूजा समिति की ओर से विधिवत रुद्राभिषेक पूजा का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विश्व कल्याण की कामना के साथ-साथ श्रावणी मेला के सफल संचालन के लिए ईश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करना था।
रुद्राभिषेक पूजा का नेतृत्व पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री निर्मल झा ‘मंटू’ ने किया। उन्होंने बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग पर जल, दूध, शहद, दही, घी एवं विल्व पत्र अर्पित करते हुए संपूर्ण मानव समाज की भलाई तथा देश और समाज में सुख-शांति की प्रार्थना की।
पूजा विधि को शास्त्रोक्त रूप से संपन्न कराने में प्रमुख भूमिका निभाई आचार्य सुनील बल्लभ झा ने। उनके साथ पूजा को सफल बनाने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, समाजसेवी और सदस्यगण उपस्थित रहे। आयोजन में शामिल प्रमुख श्रद्धालुओं में भक्तिनाथ फलाहारी, नारायण पलिवार, रवि पांडे, मुकेश धारी, ललन जजवाड़े, माणिक बलियासे, बाबा झा, दानी झा, अभय आनंद झा, ज्ञानेश पांडे, साहिल भगत, उत्तम राजहंस, अमन झा, अनंत झा, अभिनव परासर, मल्लु झा, कालो झा, मनीष खवाड़े, अजय संतोषी एवं डॉ. मनोज कौशिक आचार्य शामिल थे।
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि श्रावण मास में बाबा की विशेष पूजा-अर्चना करने से शिव कृपा की प्राप्ति होती है। प्रदोष तिथि पर भगवान शिव की पूजा से सभी प्रकार के दोष शांत होते हैं और भौतिक व आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। इसी भावना से समिति द्वारा हर वर्ष इस पूजा का आयोजन किया जाता है।
श्रावणी मेला को लेकर शहर में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। ऐसे में यह पूजा आयोजन बाबा बैद्यनाथ की नगरी में शांति, व्यवस्था और भक्ति की ऊर्जा को प्रबल बनाने की सामूहिक कोशिश का प्रतीक है। आयोजन के दौरान भक्तों ने बाबा के मंत्रों का उच्चारण करते हुए पूजा स्थल को धार्मिक ऊर्जा से भर दिया। भजन-कीर्तन और शंखध्वनि से वातावरण गूंज उठा।
समिति ने भविष्य में भी इस तरह के धार्मिक आयोजनों को लगातार जारी रखने की बात कही है। आयोजकों ने आम जनता से अपील की कि वे श्रावणी मेले के दौरान संयम, शांति और भक्ति भाव बनाए रखें, जिससे बाबा की नगरी देवघर की पावन छवि और सांस्कृतिक गरिमा बनी रहे।
पूरे कार्यक्रम के सफल आयोजन में समिति के सभी सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई और श्रद्धालुओं की सेवा में तत्परता दिखाई। अंत में सभी ने बाबा बैद्यनाथ से यह कामना की कि देश-प्रदेश में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे और देवघर का यह मेला हर वर्ष नई ऊंचाइयों को छुए।