देवघर: झारखंड के देवघर जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 1 नवंबर को कुंडा थाना क्षेत्र के सखुआ जंगल में हुई फायरिंग की घटना, जिसमें एक व्यक्ति कारू रावत की मौत हो गई थी, उस कांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में देवघर पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक किशोर को निरुद्ध किया गया है।
देवघर के एसडीपीओ ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान और गुप्त सूचना के आधार पर अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की।
घटना की पृष्ठभूमि
1 नवंबर की शाम सखुआ जंगल इलाके में गोली चलने की आवाज सुनकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई थी। स्थानीय लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो एक व्यक्ति लहूलुहान अवस्था में गिरा हुआ था। बाद में घायल व्यक्ति की पहचान कारू रावत के रूप में हुई। आनन-फानन में उसे देवघर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के साथ स्थानीय लोगों से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में यह मामला पुरानी रंजिश और आपसी विवाद से जुड़ा पाया गया।
पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई
देवघर एसपी की देखरेख में कुंडा थाना पुलिस, सशस्त्र बल और तकनीकी शाखा की टीम गठित की गई। इस टीम ने लगातार छापेमारी अभियान चलाया और गुप्त सूचना के आधार पर चार आरोपियों को धर दबोचा।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में –
1. प्रशांत किशोर (करनीबाद)
2. दिव्यांश झा (बवानबीघा)
3. शिवम मिश्रा (देवघर शहर)
4. चंदन कुमार शर्मा (सखुआ जंगल निवासी)
शामिल हैं।

इसके अलावा एक किशोर अपराधी को भी निरुद्ध किया गया है जो घटना में सक्रिय भूमिका में था।
हथियार और बाइक बरामद
पुलिस ने इन अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस (9mm) और एक पल्सर मोटरसाइकिल जब्त की है। यह बाइक फायरिंग के समय उपयोग की गई थी।
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार अपराधी लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। इन पर पहले भी कई मामलें दर्ज हैं।
एसडीपीओ ने दी जानकारी
देवघर के एसडीपीओ ने बताया कि सखुआ जंगल गोलीकांड में चार मुख्य आरोपी और एक नाबालिग की संलिप्तता पाई गई है। सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस कांड के पीछे कोई और साजिश या मुख्य सरगना छिपा है।
उन्होंने कहा कि –
“देवघर पुलिस अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शेगी नहीं। जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है।”
स्थानीय लोगों ने की पुलिस की सराहना
इस त्वरित कार्रवाई के बाद देवघर के लोगों ने पुलिस प्रशासन की सराहना की है। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि पुलिस ने जिस तेजी से कार्रवाई की है, उससे आम जनता का भरोसा बढ़ा है। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि आगे भी इस तरह की घटनाओं में पुलिस सख्ती से निपटेगी।
अपराध पर नकेल कसने में जुटी पुलिस
देवघर जिले में पिछले कुछ महीनों से लगातार पुलिस प्रशासन अपराधियों पर शिकंजा कसने में जुटा हुआ है। हाल ही में कई अवैध शराब तस्कर, चोरी और लूट के मामलों में भी गिरफ्तारी की गई है।
सखुआ जंगल फायरिंग कांड की सफलता पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे न सिर्फ अपराधियों के मनोबल पर असर पड़ा है, बल्कि पुलिस की छवि भी जनता के बीच और मजबूत हुई है।
जिले में बढ़ाई गई निगरानी
घटना के बाद देवघर एसपी ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त बढ़ाएं, संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखें और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई करें।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में देवघर और आसपास के क्षेत्रों में कई ठिकानों पर छापेमारी अभियान चलाया जाएगा ताकि अपराध की जड़ तक पहुंचा जा सके।
न्यायिक प्रक्रिया और आगे की जांच
सभी गिरफ्तार अपराधियों को आज न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने कोर्ट से रिमांड की अर्जी भी दी है ताकि उनसे पूछताछ कर पूरे गिरोह की जानकारी निकाली जा सके।
जांच टीम यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या इस घटना में किसी राजनीतिक या बाहरी गिरोह की भूमिका रही है। पुलिस ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में इस केस से जुड़े और भी खुलासे हो सकते हैं।
देवघर पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं। सखुआ जंगल गोलीकांड जैसे गंभीर अपराध का खुलासा मात्र कुछ दिनों में कर पुलिस ने जिले में विश्वास और सुरक्षा का माहौल बनाया है।
