
@Deoghar: सड़क किनारे झोपड़ी में 18 घंटे तक पड़ा रहा दुकानदार का शव नगर निगम ने पल्ला झाड़ा
बजरंग बली सेवा समिति और हॉकर संघ ने किया दाह संस्कार
देवघर। नगर थाना छेत्र के सत्संग भिरखीबाद मुख्य पथ स्थित परिसदन के सामने फुटपाथ पर दुकान चलाने वाले 55 वर्षीय देवाशीष दास की मृत्यु मंगलवार देर रात हो गई। मृतक देवाशीष के साथ उसकी पत्नी भी वही फुटपाथ पर बने एक झोपड़ी नुमा दुकान में रहकर गुजर बसर कर रहे थे।
उनकी पत्नी ने बताया कि देवाशीष दास की तबीयत पिछले 7 साल से खराब चल रहा था, इस बीच उसका उपचार भी चल रहा था। अचानक मंगलवार देर रात 1:00 बजे के करीब उसकी मृत्यु हो गई। देवाशीष की मृत्यु होने के बाद उसकी पत्नी बेसुध हो गई और बुधवार की सुबह से ही मदद के लिए सड़कों पर भटकने लगी।
जब इस बात की सूचना वहां के बजरंगबली सेवा समिति के सदस्यों को लगी, तब इसकी सुचना पुलिस प्रशासन को दिया गया। सुचना मिलने के बाद नगर थाना के एसआई प्रेम कुमार टुड्डू स्थल पर पहुंचे, इसके बाद बजरंग बली सेवा समिती और फुटपाथ हॉकर संघ के लोगों ने मृत देवाशीष के अंतिम संस्कार को लेकर पहल शुरू किया।
इस दौरान देवघर फुटपाथ हॉकर संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार बरनवाल ने भी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया और अपने सहयोगियों से दान स्वरूप राशि इकट्ठा करके अंतिम संस्कार के लिए अनोखी पहल की। इस बीच उन्होंने नगर निगम के अधिकारी से भी बात किया कि किसी तरह इस मृत शरीर का दाह संस्कार कराया जाए।
निगम के एक अधिकारी के द्वारा शव वाहन उपलब्ध कराने की बात कही गई थी, लेकीन शव वाहन उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम में 1 हजार रूपए की डिमांड की गई। डिमांड पूरी करने के बाद भी नगर निगम की ओर से शव वाहन नहीं भेजा गया। इसके बाद सत्संग बजरंगबली सेवा समिति के सदस्य सदानंद उर्फ भुट्टू मालाकार, कीर्ति सरकार, बोर्जो सहित करीब आधे दर्जन लोगों ने मदद करते हुए दाह संस्कार का जिम्मा उठाया।
देवाशीष की मौत के बाद करीब 18 घंटे तक शव वहीं सड़क किनारे झोपड़ी में पड़ा रहा और उसकी पत्नी लोगों से मदद के लिए बिलखती रही। लेकिन किसी ने मदद नहीं किया। अगर बजरंगबली सेवा समिति के लोग और फुटपाथ होकर संघ के लोगों ने दरिया दिली नहीं दिखाई होती तो शायद देवाशीष की शव फूटपाथ पर बने झोपड़ी में हि सड़ जाता।