
देवघर। मस्जिद के मुफ्ती साहब ने किया ध्वजारोहण, सौहार्द का दिया संदेश
देवघर। स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर देवघर शहर की ऐतिहासिक जमा मस्जिद प्रांगण में ध्वजारोहण का कार्यक्रम गरिमामय माहौल में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मस्जिद के मुफ्ती साहब ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश की एकता, अखंडता और भाईचारे का संदेश दिया। ध्वजारोहण के दौरान उपस्थित लोगों ने जोरदार तालियों और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ देशभक्ति का उत्साह व्यक्त किया।
कार्यक्रम में देवघर मुख्य रूप से जमा मस्जिद के सदर फ़रमूद आलम, डबलू शेख, झारखंड मुक्ति मोर्चा के क्रीड़ा मोर्चा अध्यक्ष मोहम्मद सैफ, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जियाउल हसन, अतिकुर रहमान, अब्दुल रहीम समेत कई गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर तिरंगे को सलामी दी और राष्ट्रगान गाकर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ध्वजारोहण के बाद मुफ्ती साहब ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि यह हमें हमारे पूर्वजों के त्याग, बलिदान और संघर्ष की याद दिलाने वाला दिन है। उन्होंने कहा कि आजादी की रक्षा और देश की तरक्की के लिए सभी नागरिकों का फर्ज है कि वे आपसी भाईचारे, सौहार्द और एकता को बनाए रखें। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे शिक्षा, खेल और समाज सेवा के माध्यम से देश की उन्नति में योगदान दें।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जियाउल हसन ने कहा कि आजादी हमें आसानी से नहीं मिली, इसके पीछे हजारों स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान है। उन्होंने कहा कि हमें सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखते हुए देश को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाना होगा। वहीं, मोहम्मद सैफ ने कहा कि खेल और शिक्षा, दोनों ही राष्ट्र निर्माण के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, और युवा पीढ़ी को इन क्षेत्रों में आगे बढ़ना चाहिए।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि आज के दौर में तिरंगे की शान और देश की एकता के लिए हर नागरिक को सजग रहना होगा। फर्जी सूचनाओं, नफरत और भेदभाव से बचते हुए हमें इंसानियत और आपसी प्रेम को मजबूत करना चाहिए।
इस अवसर पर जमा मस्जिद प्रबंधन समिति के सदस्यों ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और कार्यक्रम के सफल संचालन में अहम भूमिका निभाई। मस्जिद प्रांगण को रंग-बिरंगे फूलों और तिरंगे झंडों से सजाया गया था, जिससे पूरा वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्र की उन्नति, अमन-चैन और भाईचारे के लिए विशेष दुआ की गई। सभी उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी और तिरंगे की आन-बान और शान को बनाए रखने का संकल्प लिया।
देवघर की यह
ध्वजारोहण परंपरा न केवल धार्मिक स्थलों पर देशभक्ति के माहौल को जीवित रखती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि धर्म से ऊपर देश का सम्मान और उसकी एकता है। जमा मस्जिद में हर साल आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम शहर के सभी वर्गों के लोगों को एकजुट करता है और समाज में सौहार्द की मिसाल कायम करता है।