
खबर: राजेश किशोर
@Deoghar: भाजपा के वर्तमान विधायक सहित चार हैं, कमल फूल छाप से लड़नें को तैयार
समय बतायेगा कौन होगा हकदार,जनता कर रही है इंतजार
ससुर की राह रोकने को तैयार खड़ी है, बहु
राजेश किशोर
देवघर। संथाल परगना क्षेत्र के बाबा नगरी देवघर की राजनीति अपने आप में निराली है।
अभी लोकसभा चुनाव की खुमारी पूरी तरह से उतरी भी नहीं कि विधानसभा चुनाव की रणनीति बनने लगी है। वैसे तो देवघर विधानसभा एक सुरक्षित सीट है और इस विधानसभा में वर्तमान में दो दशक से कभी राजद के सुरेश पासवान तो कभी भाजपा के नारायण दास विजय प्राप्त करते रहें हैं।
वर्तमान समय में भाजपा के विधायक नारायण दास के लिए जहां एक ओर बबलू पासवान, संतोष पासवान और विनीता पासवान चुनोती के रूप में खड़ा दिख रहें हैं, इन तीनों ने पूर्व में ही भाजपा की सदस्यता भी ले ली है और बीते लोकसभा चुनाव में सक्रिय भी दिखे।
वहीं चर्चा भी तेजी से हो रही है कि वर्तमान विधायक नारायण दास का गोड्डा सांसद निशिकांत दुवे के साथ शीतयुद्ध चल रहा है और इसका खामियाजा नारायण दास को भुगतना पड़ सकता है?
इनकी टिकट पर कैची चल सकती है और इसका लाभ इन तीनों में किसी एक को मिल सकता है? किंतु एक और राजनीतिक चेहरा जो पूर्व में झामुमो में थे अंग्रेज दास, उन्होंने भी लोकसभा चुनाव के पूर्व भाजपा जॉइन कर लिया है और टिकट की दौड़ और होड़ में शामिल दिखते हैं।
वहीं महिला नेत्री जो रिस्ते में पूर्व मंत्री सह राजद नेता सुरेश पासवान की बहू है वह सुरेश पासवान के रास्ते में तेजी से कांटे बिछाने की जुगत में है, उन्हें भी यह उम्मीद है कि महिला होनें के नाते अगर वर्तमान विधायक नारायण दास का टिकट कटता है तो उन्हें ही टिकट मिलेगा। वैसे भी भाजपा की भीड़ में जितने लोग वर्तमान में दिख रहें हैं वे सभी गोड्डा सांसद के प्रिय पात्र हैं और इन लोगों ने लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में कड़ी मेहनत भी किया था।
इन्हें उम्मीद है सांसद का आशीर्वाद इनके साथ है और टिकट के मामले में इन्हें इसका लाभ मिलेगा।संतोष पासवान की पृष्ठभूमि भी राजनीति ही रही है वे जिला परिषद का चुनाव जीतकर उपाध्यक्ष के पद को सुशोभित किया है और वर्तमान में उनकी माताजी जिला परिषद सदस्य हैं।संतोष पासवान विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
वहीं बबलू पासवान की बात करें तो वह मुखिया रह चुके हैं और राजनीतिक क्षेत्र में भी सक्रिय दिख रहे हैं, जबकि विनीता पासवान की पृष्ठभूमि राजनीतिक रही है और उन्होंने अपने ससुर से ही घर के राजनीति की पाठशाला का विद्यार्थी रहीं हैं और मुखिया का चुनाव भी जीतीं है। अंग्रेज दास भी जेएमएम के नगर उपाध्यक्ष रह चुके हैं और विधानसभा चुनाव लड़ना इनका उद्देश्य है इसको लेकर तैयारी में भी जुटे हुए हैं।
वैसे यह वक्त ही तय करेगा भाजपा का टिकट किसे मिलेगा? पर दो बार के विधायक नारायण दास को हल्के में लेना भूल कहि जा सकती है वे वर्तमान में भी देवघर के विधायक है।वैसे राजद नेता, महागठबन्धन से सुरेश पासवान का टिकट तय माना जा रहा है।
अब देखना होगा घर की बहू विनीता पासवान अपने धर्मपिता ससुर जी के लिए राह में फूल बिछाती हैं या काटा यह भी वक़्त की विसात में ही तय होगा। कूल मिलाकर इस बार देवघर विधानसभा का रन रोचक होगा।
बताते चलें कि संतोष पासवान भी रिस्ते में पूर्व मंत्री सुरेश पासवान के भतीजा लगते हैं।बहरहाल देवघर विधानसभा की जनता चुनाव और प्रत्याशियों का इंतज़ार कर रही है, तब शुरू होगा सह और मात का खेल।