
देवघर। बैद्यनाथ धाम की नगरी देवघर में सोमवार को टोटो और ऑटो चालकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। यह धरना प्रशासनिक कार्रवाई और पुलिसिया रवैये के खिलाफ आयोजित किया गया। टोटो चालकों का आरोप है कि बिना किसी ठोस कारण के पुलिस द्वारा आए दिन उनके टोटो को जबरन जप्त कर लिया जाता है और भारी-भरकम फाइन वसूला जाता है। इसके अलावा शहर की सड़कों पर चलने के दौरान उन्हें कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
धरना प्रदर्शन के कारण सुबह से ही शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। देवघर रेलवे स्टेशन से लेकर बैद्यनाथ मंदिर और सत्संग नगर की ओर जाने वाले मुख्य मार्गों पर यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। टोटो और ऑटो बंद रहने से बाहर से आने वाले यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ा। खासकर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग इस स्थिति से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।
प्रदर्शन से यात्री और आम लोग हुए परेशान
देवघर आने वाले हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को टोटो चालकों की हड़ताल की मार झेलनी पड़ी। कल देवघर स्थित सत्संग में ठाकुर जी के आगमन दिवस का विशेष आयोजन होना है। इसे लेकर झारखंड सहित बिहार, बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में अनुयायी देवघर पहुंचने लगे हैं। लेकिन सोमवार को धरना प्रदर्शन और टोटो-ऑटो सेवा ठप रहने से श्रद्धालुओं को सत्संग नगर तक जाने के लिए पैदल चलना पड़ा। कई श्रद्धालु अपने बच्चों और सामान के साथ सड़क पर पैदल चलते नजर आए।
स्थानीय नागरिकों ने भी बताया कि इस अचानक हुए विरोध प्रदर्शन ने उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया। स्कूली बच्चों, ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों और मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में खासी परेशानी उठानी पड़ी।
प्रशासन पर लगाया मनमानी का आरोप
धरना स्थल पर मौजूद टोटो चालकों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि पुलिस आए दिन बिना किसी ठोस कारण के टोटो वाहनों को रोककर जप्त कर लेती है। इसके बाद चालकों से हजारों रुपये का जुर्माना वसूला जाता है। टोटो चालकों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन उन्हें बार-बार तंग करता है, जिससे उनका जीवन-यापन करना मुश्किल हो गया है।
प्रदर्शनकारी टोटो चालकों ने कहा कि वे अपने परिवार का भरण-पोषण इसी गाड़ी से करते हैं। लेकिन जब पुलिस लगातार टोटो जप्त करती है और फाइन वसूलती है, तो उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ जाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे आने वाले दिनों में डीसी ऑफिस का घेराव करेंगे।
आम जनता का साथ मिला
धरना प्रदर्शन में सिर्फ टोटो चालक ही नहीं, बल्कि स्थानीय नागरिकों ने भी अप्रत्यक्ष रूप से उनका समर्थन किया। शहरवासियों ने कहा कि टोटो शहर में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए सबसे सुलभ यातायात साधन है। यदि इन्हें बार-बार परेशान किया जाएगा तो आम जनता को सीधा नुकसान होगा।
स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह टोटो चालकों के साथ बातचीत कर कोई ठोस समाधान निकाले। मनमानी कार्रवाई से न सिर्फ चालकों का नुकसान हो रहा है, बल्कि आम जनता भी प्रभावित हो रही है।
टोटो चालकों की प्रमुख मांगें
प्रदर्शन कर रहे चालकों ने प्रशासन के सामने अपनी कई प्रमुख मांगें रखीं। इनमें से मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
1. पुलिस द्वारा जबरन टोटो जप्त करने की कार्रवाई पर रोक लगे।
2. चालकों से अनावश्यक फाइन वसूली बंद हो।
3. शहर में टोटो चालकों के लिए सुगम परिवहन नियम बनाए जाएं।
4. प्रशासन और टोटो यूनियन के बीच नियमित वार्ता हो।
5. टोटो चालकों के लिए पार्किंग और स्टैंड की उचित व्यवस्था हो।
जल्द होगा बड़ा आंदोलन
धरना स्थल पर मौजूद टोटो यूनियन के नेताओं ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ शुरुआत है। यदि जिला प्रशासन उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं देता तो आने वाले दिनों में वे उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे डीसी ऑफिस का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
देवघर जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थल पर टोटो और ऑटो सबसे सुलभ यातायात साधन हैं। लेकिन पुलिसिया कार्रवाई और प्रशासनिक रवैये से टोटो चालकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। आज के धरना प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया है कि यदि प्रशासन और चालकों के बीच संवाद नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में यह समस्या और गहरा सकती है। इसका असर न सिर्फ स्थानीय नागरिकों बल्कि आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों पर भी पड़ेगा।