
देवघर: कांवरिया पथ पर तिरंगे की शान, शिवभक्ति के साथ राष्ट्रभक्ति का संदेश दे रहा ‘तिरंगा कांवरिया’
देवघर (ब्यूरो रिपोर्ट)। सावन का पवित्र महीना आते ही पूरे भारतवर्ष में शिवभक्तों की टोलियां हरिद्वार, सुल्तानगंज और अन्य गंगाघाटों से जल लेकर भगवान भोलेनाथ को अर्पित करने निकल पड़ती हैं। इसी क्रम में झारखंड के देवघर में कांवर यात्रा के दौरान एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। कांवर यात्रा के इस पावन अवसर पर एक कांवरिया ऐसा है जो अपनी भक्ति के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति का भी अद्भुत संदेश दे रहा है। यह कांवरिया तिरंगे से सजी कांवर लेकर बाबा धाम की ओर अग्रसर है।
इस ‘तिरंगा कांवरिया’ की यात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे लोग काफी सराह रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि कांवरिया ने न सिर्फ तिरंगे से अपनी कांवर को सजाया है, बल्कि खुद भी तिरंगे के रंगों से रंगे वस्त्र पहन रखे हैं। वह अपने हर कदम के साथ भारत माता की जय और हर-हर महादेव के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहा है।
शिवभक्ति में राष्ट्रप्रेम की मिसाल
यह दृश्य न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि भारतवर्ष में धर्म और देशप्रेम एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कांवरिया ने स्पष्ट रूप से कहा, “शिव भक्ति ही मेरी शक्ति है और भारत माता मेरी आत्मा। जब तक यह तन है, तब तक शिव के साथ राष्ट्रध्वज को भी सिर आंखों पर रखूंगा।”
देवघर के स्थानीय लोगों और यात्रियों में इस तिरंगा कांवरिया को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। लोग इसे देख न केवल फोटो खींचते हैं, बल्कि उसका उत्साहवर्धन भी करते हैं। इस कांवरिया के चलते श्रद्धालुओं में देशभक्ति की भावना और मजबूत हो रही है।
भक्ति और देशप्रेम का अनूठा संगम
भारत जैसे देश में जहाँ त्योहार और परंपराएं जनमानस की आस्था से जुड़ी होती हैं, वहां इस तरह का प्रयास समाज को सकारात्मक दिशा देता है। सावन का महीना जहाँ आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत होता है, वहीं यह कांवरिया राष्ट्रप्रेम का संदेश देते हुए शिवभक्ति को एक नए आयाम पर ले जा रहा है।
विशेष बात यह है कि इस कांवर यात्रा के दौरान ‘तिरंगा कांवरिया’ ने सफर में आने वाले स्थानों पर स्वच्छता का संदेश भी दिया। वह जगह-जगह रुककर न केवल लोगों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने की सलाह देता है, बल्कि स्वयं भी सफाई में हाथ बंटाता है।
यात्रा मार्ग पर बना आकर्षण का केंद्र
सुल्तानगंज से देवघर तक की 105 किमी लंबी कांवर यात्रा में हजारों शिवभक्त शामिल होते हैं, परंतु यह विशेष कांवरिया सभी के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यात्रा में चल रहे श्रद्धालु हों या सड़क किनारे खड़े लोग—हर कोई इस तिरंगा कांवरिया को देखकर उसकी सराहना कर रहा है।
कई श्रद्धालुओं का मानना है कि यह कांवरिया ना केवल शिवभक्ति की मिसाल है, बल्कि यह देश के युवाओं को भी एक महत्वपूर्ण संदेश देता है—कि राष्ट्रप्रेम कभी भी धर्म से अलग नहीं होता।
प्रशासन और मीडिया की नजर में भी आया
NEWS11 Bharat ने इस खास कांवरिया की यात्रा को कवर किया और इसे अपने यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित किया। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह यह कांवरिया आस्था और राष्ट्रभक्ति के रंग में रंगा है। इस रिपोर्ट को अब तक हजारों लोग देख चुके हैं और सोशल मीडिया पर इसे काफी सराहा जा रहा है।
शिव और भारत माता का मिलन
यह तिरंगा कांवरिया आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो धर्म और देश दोनों के प्रति अपने समर्पण को एक साथ जी रहा है। सावन के इस पवित्र माह में वह यह सिखा रहा है कि अगर मन में श्रद्धा और दिल में देश के प्रति सम्मान हो, तो हर यात्रा एक मिशन बन जाती है ।