देवघर, 06 नवम्बर 2025 — देवघर समाहरणालय सभागार में आज उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में जिले में संचालित विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने जिले में चल रहे और लंबित कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की और अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में विकास कार्यों में देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी विभाग अपने-अपने कार्यों की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें और निर्माण कार्यों में आ रही किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान आपसी समन्वय से शीघ्र करें। उपायुक्त ने कहा कि विकास कार्यों को ससमय पूर्ण कर हैंडओवर किया जाए ताकि जनता को शीघ्र लाभ मिल सके।
डेवलपमेंट से जुड़े कार्यों को ससमय करें हैंडओवर
बैठक में उपायुक्त ने सभी कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि डेवलपमेंट से जुड़े जो भी कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उन्हें बिना देरी के संबंधित विभाग को हैंडओवर करें। उन्होंने कहा कि कई परियोजनाएं पूरी होने के बाद भी औपचारिक रूप से हस्तांतरण नहीं हो पा रहा है, जिससे योजनाओं का लाभ आमजन तक नहीं पहुंच पा रहा। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई और सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा।
विकास कार्यों की गति में सुधार आवश्यक
उपायुक्त ने कहा कि जिले में संचालित विकास योजनाओं की गति को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी एजेंसी के कारण विकास कार्यों में रुकावट आती है तो ऐसी एजेंसियों को तुरंत ब्लैकलिस्ट किया जाए ताकि जिले के विकास में बाधा उत्पन्न न हो।

शिल्पग्राम में बनेगा डिस्ट्रिक्ट साइंस सेंटर
बैठक के दौरान उपायुक्त ने जानकारी दी कि देवघर जिले के शिल्पग्राम परिसर में जल्द ही “डिस्ट्रिक्ट साइंस सेंटर” का निर्माण किया जाएगा। यह केंद्र जिले के विद्यार्थियों, शोधार्थियों और आम नागरिकों के लिए वैज्ञानिक ज्ञान का प्रमुख केंद्र बनेगा। उन्होंने संबंधित विभाग को इस परियोजना को प्राथमिकता देने और जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
भू-अधिग्रहण और अनापत्ति प्रमाण पत्र में तेजी लाने का निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने प्रखंड स्तर पर विभिन्न विकास योजनाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि भू-हस्तांतरण, भू-अधिग्रहण, वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) तथा अन्य क्लियरेंस लेने में जो देरी हो रही है, उसे शीघ्र दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि योजनाओं के लिए स्थल चिन्हित करने अथवा कार्य आरंभ करने में देरी न हो। उपायुक्त ने कहा कि तय समयसीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा करना सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने विभागों को यह भी निर्देश दिया कि जो भी योजनाएं तकनीकी अथवा प्रशासनिक कारणों से अटकी हुई हैं, उन्हें उच्च अधिकारियों के समक्ष शीघ्र प्रस्तुत करें ताकि समाधान निकाला जा सके।
समीक्षा बैठक में शामिल विभागों की भागीदारी
बैठक में समाज कल्याण विभाग, कल्याण विभाग, विद्युत विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना, जिला परिषद, डीएमएफटी, स्वास्थ्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, भवन प्रमंडल, भवन निगम, एनआरईपी, आरईओ, ऊर्जा विभाग, राष्ट्रीय उच्च पथ निर्माण विभाग सहित कई विभागों के कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे। बैठक में जिला स्तर पर चल रही विभिन्न योजनाओं जैसे सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण, विद्यालय भवनों की मरम्मत, विद्युत व्यवस्था में सुधार, ग्रामीण सड़क योजना तथा शहरी विकास परियोजनाओं की भी विस्तार से समीक्षा की गई।
विकास कार्यों में गुणवत्ता सर्वोपरि
उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी योजना में गुणवत्ता से समझौता न किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाए और यदि किसी योजना में अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित एजेंसी और जिम्मेदार पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विभाग जनता के हित को सर्वोपरि रखते हुए योजनाओं को पारदर्शी तरीके से लागू करें। उपायुक्त ने कहा कि विकास कार्य तभी सार्थक होंगे जब उनका लाभ सीधे आम नागरिकों तक पहुंचे।
बैठक में मौजूद रहे कई अधिकारी
बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त पियूष सिन्हा, एसीएमओ, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल, आरईओ, लघु सिंचाई, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल के अभियंता, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, डीएमएफटी टीम और संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी अधिकारियों से कहा कि देवघर जिले को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने में हर विभाग अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाए। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का सही और प्रभावी क्रियान्वयन ही प्रशासन की असली सफलता है।
देवघर उपायुक्त की यह समीक्षा बैठक जिले के विकास कार्यों की गति को नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है। प्रशासन का फोकस पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता पर है, जिससे आम नागरिकों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके।
