
Deoghar: कौन बिगाड़ेंगे किसका खेल, कौन होंगे पास- कौन फैल
गोड्डा लोकसभा में चल रहा है-जोड़ तोड़ और विरोध-समर्थन
जनता साधी चुप्पी, चुनाव के दिन बजाएगी ताली और थाली
खबर – राजेश किशोर
देवघर। गोड्डा लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है महज अब चुनाव में पांच दिन बचे हैं।संथाल परगना के तीन सीटों पर एक जून को मतदान होना है।ऐसे में अब रूठे को मानने और चौपड़ की गोटी को जीत के लिए सेट किया जा रहा है। भाजपा के निवर्तमान सांसद और वर्तमान प्रत्याशी निशिकांत दुवे लगातार गोड्डा सीट पर तीन बार फतह कर चुके हैं और चौथी की जुगत में हैं।
तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव जिन्हें गठबन्धन दल का समर्थन है वे अपने सर से लगातार हार का कलंक धोनें और जीत की बाजी हाँथ लेनें के लिए आतुर हैं। इस दफ़ा वर्तमान में समीकरण इनके तरफ़ दिख भी रहा है। वहीं बसपा से बजरंगी महथा फ़िर ताल ठोक दिए हैं तो वहीं अभिषेक झा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तेजी से लोकसभा क्षेत्र में उभर कर आ रहें हैं।
राजनीति के जानकारों का मानना है इस दफ़ा के चुनाव में पहली बार भाजपा प्रत्याशी को गांवों में विरोध का सामना करना पड़ा है और लोग इन्हें अहंकारी भी बता रहें हैं, जिसको लेकर भाजपा के प्रति थोड़ा विरोधाभास जरूर है, पर इन्हें मोदी जी के ग़ैरेन्टी पर पूरा भरोसा है,इनकी चौथी जीत निश्चित होगी। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से कांग्रेस के कुछ प्रखंड, पँचायत स्तरीय पदाधिकारी भाजपा के खेमें में चले गए हैं।
अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान सहित राष्ट्रीय नेताओ का कार्यक्रम और दौरा हुआ है और आगे भी मनोज तिवारी, निरहुआ, योगी जैसे सेलेब्रिटीज़ सह नेता भी भाजपा के पक्ष में प्रचार करने पहुंचने वाले हैं।
वहीं कांग्रेस को बेरोजगारी, महंगाई, संविधान में परिवर्तन जैसे केंद्र विरोधी नारों के साथ साथ जातीय समीकरण पर भरोसा है और कहा जा रहा है इस बार नहीं तो कभी नहीं? वैसे प्रदीप यादव के खेमें में यह बात भी चल रही है निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक झा भाजपा के नाराज मत को समेट सकते हैं ऐसी स्थिति में भाजपा को हानि होता दिखता है?
इधर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गोड्डा लोकसभा में बसपा प्रत्याशी को समर्थन देनें की घोषणा किया है जिससे भाजपा प्रत्याशी को उम्मीद है मुस्लिम मतों में विभाजन होगा जिसका हानि कांग्रेस पार्टी को निश्चित है।वैसे बसपा प्रत्याशी बजरंगी महथा और निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक आनंद झा भी काफ़ी मेहनत कर रहें हैं।
ग्रामीण सहित शहरी क्षेत्रों में अभिषेक झा की सभा में भीड़ भी दिख रही है।कूल मिलाकर पिछले दो चुनाव की तरह भाजपा क्लीन स्वीप की स्थिति में नहीं है?वैसे बाकी के दिनों में तोड़ जोड़ का भी सिलसिला चलेगा जो निर्णय करेगा कि गोड्डा लोकसभा से 2024 का विजेता कौंन होंगे? वहीं गोड्डा लोकसभा की होशियार जनता चुप हैं और चुनाव के दिन ही ताली और थाली बजाने के मूड में दिखती है।