
देवघर: झारखंड के देवघर जिले में विकास का नया अध्याय लिखने जा रही है बहुप्रतीक्षित देवघर फोरलेन परियोजना। इस परियोजना के अंतर्गत चौपामोड से हंसडीहा तक 494.86 करोड़ रुपये की लागत से नई फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस सड़क के बन जाने से न केवल देवघर और आसपास के क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
परियोजना की रूपरेखा
देवघर फोरलेन परियोजना का मुख्य उद्देश्य है क्षेत्र के प्रमुख मार्गों को जोड़ना और बेहतर सड़क नेटवर्क विकसित करना। चौपामोड से हंसडीहा तक की यह सड़क लगभग 60 किलोमीटर लंबी होगी और इसे आधुनिक तकनीक के साथ बनाया जाएगा। इसमें चार लेन की चौड़ी सड़क, बेहतर ड्रेनेज सिस्टम, सुरक्षित ओवरपास, अंडरपास और सेवा लेन की व्यवस्था होगी।
परियोजना की लागत और समय सीमा
इस फोरलेन परियोजना के लिए कुल 494.86 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। अनुमान है कि यह सड़क निर्माण कार्य अगले 24 से 30 महीनों के भीतर पूरा हो जाएगा। परियोजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपी गई है।
विकास की नई दिशा
यह फोरलेन सड़क देवघर, दुमका और आसपास के जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिससे उद्योग और पर्यटन क्षेत्र को नई गति मिलेगी। बाबा बैद्यनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को भी इससे बहुत सुविधा होगी। विशेष रूप से देवघर हवाई अड्डे और पड़ोसी राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल से आने वाले यात्रियों के लिए यह परियोजना महत्वपूर्ण साबित होगी।
रोजगार और आर्थिक विकास
सड़क निर्माण से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। निर्माण के दौरान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही सड़क पूरी होने के बाद परिवहन में तेजी आने से व्यवसायियों को लाभ होगा और स्थानीय बाजारों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी।
पर्यावरणीय प्रभाव और सुरक्षा उपाय
परियोजना के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। सड़क किनारे हरित पट्टी (ग्रीन बेल्ट) विकसित की जाएगी और लगभग 5,000 से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। इसके अलावा, दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सड़कों पर अत्याधुनिक ट्रैफिक सिग्नलिंग और सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की जाएगी।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस परियोजना का स्वागत किया है। उनका कहना है कि वर्षों से खराब सड़कों और जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलेगी। स्थानीय व्यापारी और परिवहन व्यवसायी भी इसे क्षेत्रीय विकास की दिशा में बड़ा कदम मानते हैं।
सरकार की प्राथमिकता में बुनियादी ढांचा
झारखंड सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दे रही हैं। देवघर फोरलेन परियोजना भी इसी दिशा में एक अहम पहल है। यह परियोजना राज्य में निवेश आकर्षित करने और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
भविष्य की संभावनाएं
इस फोरलेन सड़क के निर्माण से भविष्य में कई और परियोजनाओं के लिए रास्ता खुलेगा। देवघर में औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार, नए पर्यटन स्थलों का विकास और लॉजिस्टिक्स हब की स्थापना जैसी योजनाएं भी तेजी से मूर्त रूप ले सकेंगी।
देवघर फोरलेन परियोजना केवल एक सड़क निर्माण योजना नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास की रीढ़ बनने जा रही है। 494.86 करोड़ रुपये की इस परियोजना के माध्यम से न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि व्यापार, पर्यटन और उद्योग जगत को भी नई दिशा मिलेगी।