
देवघर ,खेल को लेकर झारखंड का देवघर जिला इन दिनों चर्चा में है। जिले के जाने-माने समाजसेवी और जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. सुनील खवाड़े लगातार ऐसे प्रयास कर रहे हैं, जिससे खेलों का माहौल बेहतर हो और आने वाली पीढ़ी खेलों में करियर बना सके। मंगलवार को उन्होंने एक अनोखा आयोजन कर खिलाड़ियों, खेल संघ के पदाधिकारियों और अभिभावकों को तनावमुक्त पल दिए।
शाम 4 बजे से करीब दो घंटे तक आयोजित जादूगर सिकंदर का शो भारी बारिश के बावजूद यादगार साबित हुआ। बच्चों से लेकर बड़े तक इस शो को देखने पहुंचे और हर किसी ने आनंद उठाया।
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि जादूगर सिकंदर ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। साथ ही मुख्य अतिथि जिला खेल पदाधिकारी संतोष कुमार और डॉ. सुनील खवाड़े को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।
बच्चों और अभिभावकों के चेहरे पर दिखी खुशी
बारिश के बावजूद बच्चों और उनके अभिभावकों का उत्साह देखने लायक था। खेलों में सक्रिय करीब 400 खिलाड़ी और उनके परिवार इस आयोजन में मौजूद रहे। सभी बच्चों ने एक-एक कर जादूगर सिकंदर के जादुई प्रदर्शन का मज़ा लिया और तालियों से उत्साहवर्धन किया।
खिलाड़ियों और अभिभावकों का कहना था कि ऐसे आयोजन से बच्चों का तनाव कम होता है और उन्हें पढ़ाई व खेल दोनों में संतुलन बनाने की प्रेरणा मिलती है।
संतोष कुमार का बड़ा बयान – देवघर से जाएंगे ओलंपिक खिलाड़ी
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला खेल पदाधिकारी संतोष कुमार ने डॉ. सुनील खवाड़े की पहल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा –
> “डॉ. सुनील खवाड़े जिस तरह से बच्चों के लिए काम कर रहे हैं, खेलों को बढ़ावा दे रहे हैं और शिक्षा में भी छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) जैसी पहल कर रहे हैं, वह काबिले-तारीफ है। आने वाले तीन-चार सालों में मुझे पूरा विश्वास है कि देवघर से दो-तीन खिलाड़ी ओलंपिक में भाग लेते नजर आएंगे।”
यह बयान देवघर के लिए बड़ी उम्मीद जगाता है। स्थानीय स्तर पर खेल प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के लिए यह शब्द न केवल खिलाड़ियों में जोश भरते हैं, बल्कि अभिभावकों का विश्वास भी मजबूत करते हैं।
दिवंगत माता के नाम पर स्कॉलरशिप से शिक्षा में नई रोशनी
डॉ. सुनील खवाड़े ने अपनी माताजी स्व. फूलमणि देव्या के नाम पर बच्चों के लिए विशेष स्कॉलरशिप योजना शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य उन बच्चों को मदद पहुंचाना है, जो पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं लेकिन आर्थिक तंगी उनका रास्ता रोकती है।
खेल और शिक्षा दोनों में संतुलन बनाते हुए डॉ. खवाड़े की यह सोच समाज के लिए प्रेरणादायक है।

खेलों के लिए अनोखा माहौल तैयार कर रहे डॉ. खवाड़े

खेलों के लिए अनोखा माहौल तैयार कर रहे डॉ. खवाड़े
पिछले कुछ वर्षों में देवघर में खेलों का वातावरण तेजी से बदल रहा है। फुटबॉल, एथलेटिक्स, कबड्डी, बॉक्सिंग और आर्चरी जैसे खेलों में यहां के खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
डॉ. सुनील खवाड़े की अगुवाई में जिला ओलंपिक संघ लगातार खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहा है। खिलाड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और उनकी हौसला-अफजाई की जा रही है। यही वजह है कि संतोष कुमार जैसे अधिकारी भी मानते हैं कि आने वाले समय में देवघर से ओलंपिक स्तर के खिलाड़ी निकलेंगे।
जादूगर सिकंदर ने लूट ली महफिल
कार्यक्रम का आकर्षण रहे जादूगर सिकंदर, जिन्होंने एक से बढ़कर एक जादुई कला का प्रदर्शन किया। बच्चों और बड़ों ने उनकी कला का भरपूर आनंद लिया। शो के अंत में उन्होंने मुख्य अतिथि और आयोजक को सम्मानित किया।
यह आयोजन सिर्फ एक जादू शो नहीं था, बल्कि खिलाड़ियों और उनके परिवारों के लिए एक मानसिक सुकून और उत्साह बढ़ाने वाला पल था।
कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर देवघर जिला खेल प्राधिकरण के सचिव आशीष झा, नवीन शर्मा, वीरेंद्र सिंह, जोगिंदर तिवारी, ऋषि राज सिंह, जिम्मी, गोरे, राकेश राय सहित कई खेल संघ के पदाधिकारी और मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
सभी ने इस आयोजन की सराहना की और इसे बच्चों के लिए प्रेरणादायक बताया।
देवघर का बढ़ता खेल परिदृश्य
देवघर सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए नहीं, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी लगातार अपनी पहचान बना रहा है। यहां के खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
डॉ. सुनील खवाड़े और उनकी टीम की कोशिश है कि आने वाले समय में देवघर का नाम खेल की दुनिया में और भी ऊंचा उठे।
डॉ. सुनील खवाड़े की पहल और जिला खेल पदाधिकारी संतोष कुमार के विश्वास से यह साफ है कि देवघर का भविष्य खेलों में उज्ज्वल है। आने वाले वर्षों में देवघर से ओलंपिक खिलाड़ियों का निकलना अब सिर्फ सपना नहीं, बल्कि हकीकत बनता दिखाई दे रहा है।