
देवघर। देवघर जिले के जसीडीह-दुमका रेल लाइन पर एक दर्दनाक घटना सामने आई है। मोहनपुर थाना क्षेत्र के रांगा मोदी गांव के पास ट्रेन की पटरी पर एक महिला ने लेटकर अपनी जान दे दी। मृतका की पहचान मुनमुन कुमारी के रूप में हुई है। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि विवाह के बाद से ही महिला को दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ रहा था।
घटना का पूरा विवरण
बुधवार की सुबह गांव वालों ने रेलवे ट्रैक पर एक महिला का शव देखा। इसकी सूचना तुरंत स्थानीय लोगों ने मोहनपुर थाना पुलिस को दी। पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेजा गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। लेकिन मृतका के परिजनों ने पति और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
शादी के 5 महीने बाद टूटा जीवन
मृतका के भाई मंगल पंडित ने बताया कि लगभग 5 महीने पहले मुनमुन कुमारी की शादी धूमधाम से कराई गई थी। शादी के बाद शुरुआती दिनों में सब कुछ सामान्य था। लेकिन कुछ ही समय बाद दहेज को लेकर विवाद और झगड़े शुरू हो गए।
मंगल पंडित ने बताया कि ससुराल वाले लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे थे। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो मुनमुन को आए दिन प्रताड़ित और मारपीट किया जाने लगा। इस विवाद को सुलझाने के लिए कई बार पंचायत भी बुलाई गई। लेकिन पंचायतों के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
घटना से पहले हुआ था झगड़ा
मृतका के भाई ने आगे बताया कि बुधवार को भी ससुराल में काफी झगड़ा हुआ था। गांव वालों ने इसकी सूचना हमें दी। इसके बाद हमने फोन करके जानकारी लेने की कोशिश की तो ससुराल वालों ने बताया कि “वह सुबह 11 बजे से घर से निकली है और अभी तक वापस नहीं आई है।”
परिजनों और गांव वालों ने खोजबीन शुरू की। तभी किसी ने सूचना दी कि रेलवे पटरी पर एक महिला का शव पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंचने के बाद पता चला कि वह मुनमुन कुमारी ही थी।
परिजनों का आरोप : दहेज प्रताड़ना और हत्या
मृतका के भाई ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि ससुराल वालों की प्रताड़ना और हत्या का परिणाम है। उन्होंने कहा कि लगातार प्रताड़ित किए जाने के कारण बहन को यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
परिजनों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, गांव के लोगों ने भी कहा कि मृतका को शादी के बाद से ही बार-बार प्रताड़ित किया जाता था।
पुलिस की जांच जारी
मोहनपुर थाना पुलिस ने बताया कि मामला संज्ञान में है और जांच की जा रही है। परिजनों के बयान के आधार पर दहेज प्रताड़ना और हत्या का केस दर्ज किया जा सकता है। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि मामला आत्महत्या का है या हत्या का। साथ ही, जिन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी।
दहेज प्रथा की काली सच्चाई
यह घटना एक बार फिर समाज में व्याप्त दहेज प्रथा की भयावहता को उजागर करती है। शिक्षा और आधुनिकता के दौर में भी दहेज के कारण महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, जिसमें महिलाएं शादी के बाद दहेज की मांग और मारपीट से तंग आकर आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाती हैं।
सामाजिक संगठनों का कहना है कि सरकार और समाज दोनों को मिलकर दहेज प्रथा पर सख्ती से रोक लगानी होगी। जब तक मानसिकता नहीं बदलेगी, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद रांगा मोदी गांव के लोगों में गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सीधा-सीधा दहेज हत्या का मामला है। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घटना की जानकारी मिलते ही मृतका के मायके पक्ष में कोहराम मच गया। मां-बाप और भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवारजन बार-बार यही कह रहे हैं कि उनकी बेटी को दहेज की बलि चढ़ा दिया गया।
देवघर की इस घटना ने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया है। दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा जैसी समस्याएं आज भी महिलाओं की जिंदगी पर भारी पड़ रही हैं। अब देखना यह है कि पुलिस जांच में क्या सच्चाई सामने आती है और दोषियों को क्या सजा मिलती है।