
Dhanbad: सरकारी दफ्तर में भ्रष्टाचार उजागर, DCLR कंप्यूटर ऑपरेटर रिश्वत लेते गिरफ्तार।
धनबाद। धनबाद में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने DCLR कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर अनीश कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई गुरुवार को उस वक्त की गई जब अनीश कुमार जमीन म्यूटेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के एवज में एक आम नागरिक से 15 हजार रुपए रिश्वत ले रहा था।
रिश्वत की मांग वीर बहादुर सिंह से की गई थी
इस मामले की शिकायत वीर बहादुर सिंह नामक व्यक्ति ने ACB को दी थी। उनके मुताबिक, उनका जमीन म्यूटेशन का आवेदन पहले अंचल कार्यालय से खारिज कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने DCLR कार्यालय में अपील दायर की थी, जहाँ कंप्यूटर ऑपरेटर अनीश कुमार ने उनकी फाइल को आगे बढ़ाने और आदेश पास कराने के लिए 15,000 रुपए की रिश्वत की मांग की।
ACB ने योजनाबद्ध तरीके से किया ट्रैप ऑपरेशन
ACB के एएसपी बिनोद कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले की सत्यता की जांच की गई। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद एक विशेष टीम गठित कर ट्रैप ऑपरेशन की योजना बनाई गई।
ACB की टीम ने शिकायतकर्ता को चिह्नित नोटों के साथ अनीश कुमार के पास भेजा। जैसे ही अनीश कुमार ने पैसे लिए, टीम ने उसे कार्यालय परिसर में ही रंगे हाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया और उससे पूछताछ की जा रही है।
सरकारी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की एक और बानगी
यह मामला एक बार फिर दर्शाता है कि किस प्रकार आम लोग सरकारी दफ्तरों में अपनी जायज़ मांगों को लेकर भ्रष्टाचार का शिकार होते हैं। जमीन म्यूटेशन जैसे अहम कामों में जब भ्रष्टाचार इस स्तर पर पहुँच जाए, तो यह न केवल प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है, बल्कि आमजन के विश्वास को भी ठेस पहुँचाता है।
क्या है अगला कदम?
ACB आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या इसमें अन्य अधिकारी या कर्मचारी भी संलिप्त थे।
ACB का कहना है कि वे आगे भी इसी प्रकार के मामलों में सख्ती से कार्रवाई करते रहेंगे।