बिग बॉस 19 (Bigg Boss 19) अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है और दर्शकों की निगाहें अब उन घरवालों पर टिक गई हैं जो ट्रॉफी की सबसे मजबूत दौड़ में शामिल हैं। इन्हीं नामों में एक ऐसा चेहरा भी है जिसने पूरे सीजन में दर्शकों की धड़कनें बढ़ाए रखीं—फरहाना भट्ट। कभी दो टूक जवाब, कभी तीखी बहस, कभी भावनाओं का उफान और कभी रणनीति—फरहाना की इन खूबियों ने उन्हें शो की सबसे चर्चा में रहने वाली प्रतियोगी बना दिया है।

हालांकि सीजन की शुरुआत में बहुत से लोग यह मानकर चल रहे थे कि फरहाना ज्यादा दिन घर में नहीं टिक पाएंगी, लेकिन उन्होंने न केवल दर्शकों की सोच बदली बल्कि अपने गेम में वो धार दिखाई जो किसी भी प्रतियोगी को फाइनल तक पहुंचा सकती है। शुरुआती एलिमिनेशन के बाद सीक्रेट रूम से उनकी एंट्री ने पूरे खेल का रुख बदल दिया। उनकी धमाकेदार वापसी ने न सिर्फ घरवालों को हैरान किया, बल्कि दर्शकों को भी। यही कारण है कि आज वे बिग बॉस 19 की टॉप दावेदारों में शुमार की जा रही हैं।
सीक्रेट रूम से बनाई नई रणनीति
फरहाना की खासियत रही कि उन्होंने अपने एलिमिनेशन को भी अपने पक्ष में मोड़ लिया। सीक्रेट रूम में रहते हुए उन्होंने बाकी कंटेस्टेंट्स की गेम प्लानिंग, गठजोड़ और गुटबंदी को बारीकी से समझा। जब उनकी वापसी हुई, तो उन्होंने पूरे खेल को उलट-पुलट कर रख दिया।
ये वही दौर था जब दर्शकों को पहली बार फरहाना का रणनीतिक पक्ष देखने को मिला—कब बोलना है, कब चुप रहना है, कब हमला करना है और कब खुद को संभालना है—इन सभी का संतुलन उन्होंने बेहद मजबूती से बनाया।
तीखी जुबान—कमजोरी नहीं, उनकी सबसे बड़ी ताकत
शो में फरहाना अक्सर अपनी तीखी भाषा और बेबाक अंदाज की वजह से सुर्खियों में रहीं। कई बार उनके झगड़े इतने बढ़ गए कि सोशल मीडिया पर #FarhanaBhatt ट्रेंड करने लगा।
लोगों का स्पष्ट कहना है—
“फरहाना बोलती नहीं, भिड़ जाती हैं!”
लेकिन यही तीखी जुबान उनकी USP बन गई है।
जहां अन्य कंटेस्टेंट्स झगड़ों से बचते नजर आए, वहीं फरहाना हर मुद्दे पर अपनी राय रखने और खुलकर अपनी बात रखने से कभी पीछे नहीं हटीं।
बिग बॉस जैसे शो में दर्शक उन कंटेस्टेंट्स को ज्यादा पसंद करते हैं, जो अपनी बात बिना डरे रखते हैं—और फरहाना ने यही किया।
महिलाओं की मजबूत आवाज
फरहाना भट्ट ने शो में कई बार महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।
चाहे अपने साथ गलत व्यवहार हो या किसी और महिला पर टिप्पणी—उन्होंने हर बार जोरदार विरोध दर्ज किया।
दर्शकों के बीच उनका यह रूप बेहद पसंद किया गया।
उनकी बहसें, उनकी आवाज और तर्क उन्हें घर में ‘वुमन पावर’ की प्रतिनिधि बनाते रहे।
टास्क पर उनकी पकड़ और जीत की भूख
बिग बॉस में सिर्फ झगड़े ही नहीं, टास्क में भी परफॉर्मेंस मायने रखती है।
फरहाना ने कई कठिन टास्क में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में साबित किया।
चाहे शारीरिक टास्क हों या मानसिक—उन्होंने हर बार यह दिखाया कि वे आखिरी तक लड़ने वाली प्रतियोगी हैं।
इसी जज्बे के कारण वे न सिर्फ टास्क विनर बनीं बल्कि कई बार कैप्टेंसी की रेस में भी आगे रहीं।
दर्शकों का समर्थन—सबसे बड़ा हथियार
फाइनल के करीब आते-आते जिस तरह फरहाना को सोशल मीडिया और वोटिंग में सपोर्ट मिलने लगा है, वह यह संकेत देता है कि दर्शक उन्हें एक मजबूत दावेदार के रूप में देख रहे हैं।
इंस्टाग्राम से लेकर X (Twitter) तक फरहाना को सपोर्ट करने वाले हैशटैग ट्रेंड करते रहे, जिनमें से कई बार #TeamFarhana पूरे दिन नंबर 1 ट्रेंड पर रहा।
घरवालों की नजर में भी हैं ‘फाइनलिस्ट’
घर के कई सदस्य भी मान चुके हैं कि फरहाना को हराना आसान नहीं।
कई बार घरवालों के बीच बातचीत में यह बात सामने आती रही है कि फरहाना फिनाले तक जाएंगी ही नहीं, बल्कि ट्रॉफी जीतने की पूरी क्षमता रखती हैं।
क्यों माना जा रहा है कि फरहाना जीत सकती हैं?
लगातार सुर्खियों में रहने वाली कंटेस्टेंट
सीक्रेट रूम के बाद गेम में आक्रामक वापसी
झगड़ों से लेकर टास्क तक—हर जगह दमदार उपस्थिति
दर्शकों में बढ़ता फैन-बेस
मजबूत नारीवादी छवि
फिनाले के करीब आते-आते सोशल मीडिया पर सबसे एक्टिव और ट्रेंडिंग चेहरा
क्या तीखी जुबान उन्हें ट्रॉफी तक ले जाएगी?
यह सवाल हर तरफ उठ रहा है। तीखी जुबान कई बार विवाद भी पैदा करती है, लेकिन बिग बॉस के इतिहास में यह देखा गया है कि ‘विवादित’ और ‘बेबाक’ चेहरे ही सबसे यादगार और विजेता बनकर उभरते हैं।
फरहाना भी उसी श्रेणी में आती हैं। अगर वे फाइनल वीक में भी अपनी रणनीति, आत्मविश्वास और बहादुरी बनाए रखती हैं, तो निश्चित ही वे बिग बॉस 19 की सबसे मजबूत दावेदार हैं।
