
दिल्ली की मंडोली जेल में गैंगस्टर ने की आत्महत्या:
दिल्ली की मंडोली जेल से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। कुख्यात गैंगस्टर सलमान त्यागी ने बीती रात कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना जेल नंबर 15 की है, जहाँ तैनात सुरक्षाकर्मियों ने सुबह निरीक्षण के दौरान सलमान का शव फंदे से लटकता देखा। इस घटना से न केवल जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है बल्कि सुरक्षा व्यवस्था और कैदियों की निगरानी को लेकर भी कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
कौन था सलमान त्यागी?
सलमान त्यागी दिल्ली-एनसीआर का कुख्यात अपराधी था। उसके खिलाफ हत्या, जबरन वसूली, लूट, रंगदारी वसूली और मकोका जैसे संगीन मामले दर्ज थे। पुलिस के अनुसार, वह पिछले कई वर्षों से अपराध जगत में सक्रिय था और उसकी गैंग का दबदबा उत्तर-पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद के कई इलाकों में था। त्यागी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी गई थी क्योंकि वह लंबे समय से फरार चल रहा था और अपराध की दुनिया में उसका नाम खौफ के रूप में लिया जाता था।
घटना कैसे हुई?
सूत्रों के अनुसार, देर रात सलमान अपने बैरक में अकेला था। सुबह जेलकर्मियों ने नियमित गश्त के दौरान उसका शव फांसी पर लटकता पाया। इसके बाद तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई और मौके पर मंडोली थाने की पुलिस भी पहुंची। प्राथमिक जांच में घटना आत्महत्या की लग रही है, लेकिन पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है।
जेल प्रशासन पर सवाल
दिल्ली की जेलों में अपराधियों की सुरक्षा और निगरानी हमेशा से बड़ा मुद्दा रही है। मंडोली जेल, तिहाड़ की तरह, हाई-प्रोफाइल कैदियों को रखने के लिए जानी जाती है। सवाल यह है कि इतनी सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद सलमान त्यागी ने आत्महत्या कैसे कर ली?
क्या जेल प्रशासन लापरवाह था?
क्या उसे डिप्रेशन या मानसिक दबाव था?
या फिर यह आत्महत्या नहीं बल्कि किसी और वजह से हुई मौत है?
इन सवालों के जवाब जांच के बाद ही मिल पाएंगे।
अपराध जगत में हलचल
सलमान त्यागी की मौत की खबर से अपराध जगत में भी हलचल मच गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह कई गैंगवार और रंगदारी मामलों में अहम भूमिका निभा चुका था। उसके खिलाफ गवाही देने वाले कई लोग अभी भी सुरक्षा की मांग कर रहे थे। ऐसे में उसकी अचानक मौत कई पहलुओं से जांच का विषय है।
परिजनों का आरोप
हालांकि अभी तक परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि परिजन इस घटना को संदिग्ध मान रहे हैं। उनका आरोप है कि सलमान के दुश्मन जेल में भी सक्रिय थे और उस पर दबाव डाला जा रहा था। परिवार ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
आत्महत्या के पीछे की संभावित वजह
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि लंबे समय तक जेल में रहने वाले अपराधियों पर मानसिक दबाव बढ़ जाता है। खासकर जब उन पर संगीन धाराओं में मुकदमा चल रहा हो और सजा लंबी हो सकती हो। सलमान त्यागी पर मकोका जैसे गंभीर आरोप थे, जिससे उसे उम्रकैद या फांसी तक की सजा हो सकती थी। संभव है कि इसी दबाव में उसने यह कदम उठाया हो।
जेल सुरक्षा पर गहराई से जांच जरूरी
यह पहला मामला नहीं है जब दिल्ली की जेलों में बंद अपराधियों ने आत्महत्या की हो। इससे पहले भी तिहाड़ और मंडोली में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि जेल प्रशासन को कैदियों की मानसिक स्थिति पर भी नज़र रखनी चाहिए और समय-समय पर उनकी काउंसलिंग करानी चाहिए।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद जेल प्रशासन ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी इस मामले में संदेह की हर संभावना को ध्यान में रखते हुए जांच का दायरा बढ़ाया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के आधार पर ही आत्महत्या या किसी साजिश की पुष्टि होगी।
मंडोली जेल में गैंगस्टर सलमान त्यागी की आत्महत्या ने एक बार फिर जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह वाकई आत्महत्या है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है? आने वाले दिनों में जांच के बाद स्थिति साफ होगी। फिलहाल इतना तय है कि इस घटना से अपराध जगत, पुलिस तंत्र और आम जनता सभी में हलचल मच गई है।