
Gaziabad: “भीड़ का इंसाफ या कानून की हार? गाज़ियाबाद में अफवाह पर ट्रक को फूंका गया, पुलिस पर उठे सवाल।”
गाजियाबाद। गाज़ियाबाद से एक सनसनीखेज और चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां प्रतिबंधितमांस ले जाने की अफवाह पर भीड़ ने एक ट्रक को निशाना बनाया। घटना में ट्रक चालक और क्लीनर के साथ न केवल जमकर मारपीट की गई, बल्कि ट्रक में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगाने की कोशिश भी की गई। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पुलिस मौके पर मौजूद होने के बावजूद मूकदर्शक बनी रही।
यह घटना उस समय हुई जब ट्रक एक राजमार्ग से गुजर रहा था। किसी ने शक जताया कि ट्रक में प्रतिबंधित मांस ले जाया जा रहा है। इसके बाद देखते ही देखते वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और बिना किसी पुष्टि के ट्रक को घेर लिया। लोगों ने ट्रक को रोका, उसमें जमकर तोड़फोड़ की और चालक-क्लीनर को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
भीड़ के उग्र होते ही कुछ लोगों ने ट्रक में आग लगाने की कोशिश की, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति को शांत करने की कोई ठोस कोशिश नहीं की, जिससे उनकी निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर भीड़ द्वारा कानून अपने हाथ में लेने की प्रवृत्ति को उजागर कर दिया है। सामाजिक और धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वाले ऐसे मामलों को रोकने के लिए प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
इस बीच, पीड़ित ट्रक चालक और क्लीनर का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
नोट: प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और ऐसी किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।