
Giridih: गिरिडीह में नदी पुल के नीचे जमीन में गड़ा मिला 10 साल के बच्चे का शव: इलाके में सनसनी, हत्या की आशंका गहराई।
गिरिडीह। गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड अंतर्गत नवडीहा ओपी थाना क्षेत्र से रविवार सुबह एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। दमगी उसरी नदी पुल के नीचे एक लगभग 10 वर्षीय बच्चे का शव जमीन में गाड़ा हुआ मिला, जिससे न सिर्फ ग्रामीणों में हड़कंप मच गया, बल्कि पुलिस महकमे में भी हलचल मच गई है।
जानवरों की हरकतों से हुआ खुलासा, तेज दुर्गंध ने दी चेतावनी
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब गांव के कुछ लोग सुबह शौच के लिए नदी किनारे पहुंचे। वहां उन्होंने पुल के नीचे बने पत्थरों के पास कई जानवरों को मंडराते हुए देखा। साथ ही उस स्थान से आ रही तेज दुर्गंध ने लोगों का ध्यान खींचा। जब उन्होंने पास जाकर स्थिति की जांच की तो शव दबा होने का शक हुआ, जिसके बाद गांव में हल्ला मच गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।
पुलिस मौके पर पहुंची, खुदाई कर निकाला गया शव
घटना की सूचना मिलते ही नवडीहा ओपी प्रभारी दीपक कुमार और जमुआ थाना प्रभारी मणिकांत कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उस जगह की खुदाई करवाई, जहां जानवर मंडरा रहे थे और दुर्गंध आ रही थी। खुदाई करते ही एक 10 साल के मासूम बच्चे का शव निकला, जिसे मिट्टी में बुरी तरह दबाया गया था।
अब तक नहीं हो सकी पहचान, हत्या की आशंका गहराई
शव मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। बच्चा कौन है, किसका है, और उसकी हत्या क्यों और कैसे की गई — ये सवाल अब हर किसी की जुबान पर हैं। फिलहाल बच्चे की पहचान नहीं हो सकी है, और न ही उसके परिवार का कोई व्यक्ति सामने आया है।
पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण की पुष्टि हो पाएगी। हालांकि, शव जिस अवस्था में मिला है, उससे हत्या की आशंका को बल मिल रहा है।
ग्रामीणों में डर और आक्रोश का माहौल
इस भयावह घटना के बाद से गांव में डर और तनाव का माहौल है। एक मासूम बच्चे को इस तरह से मारकर गाड़ देना न केवल मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य है, बल्कि इलाके की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है।
ग्रामीणों ने तत्काल कार्रवाई और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि समय पर पुलिस गश्त होती और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते, तो शायद ऐसी घटना न होती।
पुलिस जुटी जांच में, जल्द खुलासा संभव
पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि वे हर पहलू से जांच कर रहे हैं — बच्चा आसपास के गांवों का है या बाहर से लाया गया? क्या किसी ने उसे अगवा किया था? क्या यह आपसी रंजिश या तस्करी से जुड़ा मामला है?
इसके लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और गुमशुदगी की रिपोर्टों से मिलान भी किया जा रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही बच्चे की पहचान कर हत्या के रहस्य से पर्दा उठा लिया जाएगा।
गिरिडीह में मासूम की इस दर्दनाक हत्या ने फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम कितने सुरक्षित हैं, और समाज में बढ़ता अपराध किस दिशा में जा रहा है। जरूरत है प्रशासनिक सख्ती, सामुदायिक सतर्कता और न्याय की तेज प्रक्रिया की, ताकि ऐसे दरिंदों को सजा मिल सके और मासूमों की जिंदगी सुरक्षित रह सके।