गोवा के राजधानी इलाके के पास स्थित एक लोकप्रिय नाइट क्लब में शनिवार देर रात हुई भीषण आग में कम से कम 23 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आग का कारण किचन में हुआ सिलेंडर ब्लास्ट था, जिसने कुछ ही मिनटों में पूरे क्लब को अपनी चपेट में ले लिया।

घटना के समय क्लब में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पर्यटक मौजूद थे। जैसे ही धमाका हुआ, तेज धुएं और आग की लपटों ने आसपास अफरा-तफरी मचा दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला।
घटना कैसे हुई?—प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस की प्रारंभिक रिपोर्ट
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नाइट क्लब के किचन में खाना तैयार करते समय अचानक तेज धमाका हुआ। यह धमाका गैस सिलेंडर फटने से हुआ बताया जा रहा है।
धमाके के तुरंत बाद धुआं और आग तेजी से डांस फ्लोर और बार एरिया में फैल गई। क्लब के अंदर धुआं भर जाने से लोगों को बाहर निकलने में भारी दिक्कत हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि—
पहले एक तेज आवाज हुई
उसके बाद आग की तेज लपटें उठने लगीं
आसपास लोग चीखते-चिल्लाते बाहर की ओर भागने लगे
कई लोग धुएं और आग के कारण बेहोश होकर वहीं गिर पड़े
दमकल विभाग की टीम को आग काबू करने में करीब दो घंटे का समय लग गया।
CM प्रमोद सावंत पहुंचे घटना स्थल—दिया जांच के आदेश
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने तुरंत घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए इस घटना को “दिल दहला देने वाली त्रासदी” बताया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि—
घटना की हाई लेवल जांच की जाए
क्लब की सुरक्षा व्यवस्था, फायर सेफ्टी और लाइसेंस की स्थिति की जांच हो
दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए
उन्होंने यह भी कहा कि शुरुआती संकेत सिलेंडर विस्फोट की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन अंतिम निष्कर्ष जांच के बाद ही आएगा।
घायल लोग अस्पताल में भर्ती—कई की हालत नाज़ुक
गोवा मेडिकल कॉलेज और नजदीकी अस्पतालों में आग से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अस्पताल प्रशासन के अनुसार—
बहुत से लोग 40% से अधिक जल चुके हैं
कई मरीजों को धुएं के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है
तीन मरीज ICU में भर्ती हैं
चिकित्सकों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
फायर सेफ्टी को लेकर कई सवाल—क्या क्लब में थी सुरक्षा खामियाँ?
इस हादसे ने गोवा के नाइट लाइफ और क्लबों की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि—
नाइट क्लब में आवश्यक फायर एक्सटिंग्विशर नहीं थे
इमरजेंसी एग्ज़िट कम थे या बंद पड़े थे
प्रबंधन ने समय पर अलार्म सिस्टम सक्रिय नहीं किया
फायर डिपार्टमेंट ने भी प्रारंभिक जांच में बताया है कि क्लब में सुरक्षा मानकों को लेकर कई अनियमितताएँ थीं।
पर्यटक और स्थानीय लोग सदमे में—सोशल मीडिया पर शोक संदेशों की बाढ़
इस घटना के बाद पूरे गोवा में शोक की लहर है।
सोशल मीडिया पर लोग लगातार पीड़ितों के लिए दुख और समर्थन व्यक्त कर रहे हैं।
कई लोगों ने लिखा कि गोवा में लगातार बढ़ रहे क्लबों और होटलों में सुरक्षा को लेकर कड़े नियम लागू होने चाहिए।
पर्यटन मंत्री ने भी ट्वीट करके कहा कि राज्य सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और दोषियों को सजा दिलाने में कोई भी ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
क्लब के मालिक और स्टाफ से पूछताछ शुरू
पुलिस ने क्लब के मालिक, मैनेजर और किचन स्टाफ से पूछताछ शुरू कर दी है।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि—
गैस सिलेंडर पुराना था
इसकी समय पर जांच नहीं कराई गई थी
किचन में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं हो रहा था
पुलिस ने तकनीकी टीम की मदद से सभी सबूत इकट्ठे किए और क्लब को सील कर दिया है।
राज्य सरकार का मुआवज़े का ऐलान
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को मुआवज़ा देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
क्या बदल सकती है गोवा की क्लब इंडस्ट्री?
इस हादसे के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि—
राज्य में नाइट क्लबों के लिए फायर सेफ्टी नियम और कड़े किए जा सकते हैं
लाइसेंस और सुरक्षा सर्टिफिकेशन की नई प्रक्रिया आएगी
क्लबों में समय-समय पर surprise inspection की जाएगी
पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी उद्योग के लिए यह चिंता का बड़ा विषय बन गया है।
अभी क्या चल रहा है?
फायर विभाग और पुलिस की संयुक्त जांच जारी
क्लब की CCTV फुटेज खंगाली जा रही है
मृतकों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है
परिवारों को शव सौंपने की तैयारी
राज्य सरकार ने दो दिनों के लिए शोक घोषित किया है।
