
Gold Price Today: सोना-चांदी फिर हुआ महंगा, 24 कैरेट सोना ₹97,786 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा; जानें 18 से 22 कैरेट और चांदी का ताज़ा भाव।
जुलाई महीने की शुरुआत में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी, जिसके बाद कुछ दिनों तक बाजार में थोड़ी नरमी रही। लेकिन अब एक बार फिर भारतीय सर्राफा बाजार में 3 जुलाई को सोने और चांदी दोनों के दामों में उछाल दर्ज किया गया है। सोने की कीमतों में हुई इस बढ़त ने निवेशकों और आभूषण खरीददारों की दिलचस्पी को एक बार फिर बढ़ा दिया है।
24 कैरेट गोल्ड का नया रिकॉर्ड, ₹97,786 प्रति 10 ग्राम
आज यानी 3 जुलाई 2025 को 24 कैरेट शुद्धता वाले 999 हॉलमार्क सोने का रेट राष्ट्रीय स्तर पर ₹97,786 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है। जबकि बुधवार को यह ₹97,090 था। यानी एक दिन में लगभग ₹700 से अधिक का उछाल दर्ज किया गया है।
इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार अन्य कैरेट में सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
विभिन्न कैरेट के अनुसार सोने के दाम (प्रति 10 ग्राम):
995 शुद्धता (करीब 24 कैरेट) – ₹97,394
22 कैरेट (916 शुद्धता) – ₹89,572
18 कैरेट (750 शुद्धता) – ₹73,340
14 कैरेट (585 शुद्धता) – ₹57,205
इन दामों में GST शामिल नहीं होता और यदि आप ज्वेलरी खरीदते हैं तो इसके ऊपर मेकिंग चार्ज और टैक्स अलग से जोड़कर अंतिम राशि तय होती है।
चांदी का भी बढ़ा भाव, पहुंची ₹1,07,748 प्रति किलो
सोने के साथ-साथ आज चांदी की कीमतों में भी उछाल देखने को मिला है। जहां सोमवार को चांदी ₹1,06,688 प्रति किलोग्राम के स्तर पर थी, वहीं आज इसकी कीमत बढ़कर ₹1,07,748 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। यह वृद्धि निवेशकों और औद्योगिक उपयोगकर्ताओं दोनों के लिए अहम मानी जा रही है।
कहां से मिलती है यह जानकारी?
इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट www.ibjarates.com पर सोमवार से शुक्रवार तक हर सुबह और शाम देशभर के प्रमुख बाजारों के आधार पर सोने और चांदी के भाव जारी किए जाते हैं। ये रेट आमतौर पर बिना GST और अन्य शुल्कों के होते हैं, जिन्हें बाद में अंतिम कीमत में जोड़ा जाता है।
जुलाई की शुरुआत में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, लेकिन 3 जुलाई को आई ताज़ा तेजी ने बाजार को फिर से गर्मा दिया है। निवेशक इस समय को खरीदारी के लिए उपयुक्त मान सकते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी निवेश से पहले बाज़ार की स्थिरता और वैश्विक संकेतकों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना चाहिए। वहीं, आम उपभोक्ताओं के लिए अब ज्वेलरी खरीदना थोड़ा महंगा हो सकता है।