एक ही दिन में सोने और चांदी के दाम में तेज गिरावट देखने को मिली है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मंदी के रुख और घरेलू स्तर पर निवेशकों की कमज़ोर खरीदारी के कारण कीमती धातुओं के भाव गोता लगाते नजर आए। गुरुवार को जहां सोने की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव देखा गया, वहीं चांदी के दाम भी उतने ही दबाव में दिखे। इस गिरावट से निवेशकों में बेचैनी और उपभोक्ताओं में उम्मीद का माहौल नजर आया।

सोने में आई अचानक गिरावट ने बढ़ाई हलचल
पिछले कुछ दिनों से सोना स्थिर भाव में चल रहा था, लेकिन आज के सत्र में इसमें बड़ी गिरावट देखी गई।
विशेषज्ञों के मुताबिक डॉलर इंडेक्स की मजबूती और बॉन्ड यील्ड बढ़ने से सोने पर दबाव आया है। इसका सीधा असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
सोने के रिटेल दाम में लगभग 500 से 700 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट उन ग्राहकों के लिए राहत की खबर है जो जल्द शादी या निवेश के लिए पीला धातु खरीदने की योजना बना रहे हैं।
चांदी के रेट ने भी लगाया गोता
केवल सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमतों में भी तेज गिरावट देखी गई।
चांदी का भाव एक ही दिन में 1000–1500 रुपये प्रति किलो तक नीचे आया। विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक मांग घटने और वैश्विक आपूर्ति बढ़ने से चांदी पर दबाव बढ़ा है।
चांदी का रेट पिछले दो सप्ताह से लगातार उतार-चढ़ाव में बना हुआ है, लेकिन आज की गिरावट सबसे बड़ी मानी जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का बड़ा प्रभाव
गोल्ड और सिल्वर दोनों ही अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुख पर निर्भर करते हैं।
आज के सत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर—
गोल्ड स्पॉट प्राइस में गिरावट,
फेडरल रिजर्व की नीतियों पर बाजार की नजर,
डॉलर की मजबूती,
जियोपॉलिटिकल तनाव में कमी,
ये सभी फैक्टर कीमतों पर दबाव डालते दिखे।
ट्रेडरों का कहना है कि जब वैश्विक शेयर बाजार में स्थिरता बढ़ती है, तो निवेशक सुरक्षित एसेट यानी गोल्ड से दूरी बनाते हैं। इसका सीधा असर कीमतों पर पड़ता है।
ग्राहकों के लिए सुनहरा मौका
हालांकि गिरावट निवेशकों को परेशान कर सकती है, लेकिन उपभोक्ताओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर है।
शादी-विवाह का सीजन शुरू होने वाला है, और ऐसे में जेवर खरीदने वालों के लिए कीमतें कम होना अच्छी खबर है।
ज्वैलर्स के अनुसार, अगले दो–तीन दिनों में खरीदारी बढ़ने की पूरी उम्मीद है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार स्थिर रहता है तो कीमतों में और नरमी देखने को मिल सकती है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञ इस गिरावट को अस्थायी मानते हैं और इसे निवेश का सही समय बताते हैं।
हालांकि वे सलाह देते हैं कि—
निवेश धीरे–धीरे करें
भाव स्थिर होने तक प्रतीक्षा करें
लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह सही मौका है
ETF और डिजिटल गोल्ड में भी निवेश बढ़ सकता है
चांदी के मामले में भी, औद्योगिक मांग भविष्य में बढ़ने की संभावना है, इसलिए गिरावट को खरीदारी का मौका माना जा रहा है।
आने वाले दिनों में क्या होगा?
कमोडिटी विशेषज्ञों के अनुसार सोने और चांदी दोनों में 3 प्रमुख संभावनाएं हैं:
1. यदि डॉलर इंडेक्स मजबूत रहा, तो कीमतों में दबाव जारी रहेगा।
2. अगर फेड ब्याज दर घटाने के संकेत देता है, तो सोना तेज़ी से उछल सकता है।
3. जियोपॉलिटिकल स्थिति बिगड़ती है, तो गोल्ड-चांदी में तेज बढ़त संभव है।
फिलहाल घरेलू बाजार में गिरावट ने ग्राहकों की चिंता दूर कर दी है और आने वाले दिनों में खरीदारी बढ़ने का अनुमान है।
