सरकार ने जारी की चेतावनी: इन खतरनाक ऐप्स को तुरंत फोन से हटाएं, डाउनलोड करने से बचें

सरकार ने जारी की चेतावनी: इन खतरनाक ऐप्स को तुरंत फोन से हटाएं, डाउनलोड करने से बचें

भारत सरकार ने एक बार फिर मोबाइल सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और साइबर एजेंसियों ने कई खतरनाक मोबाइल एप्लिकेशन की लिस्ट जारी करते हुए लोगों को सतर्क किया है। इन ऐप्स को तुरंत हटाने की सलाह दी गई है, क्योंकि ये न सिर्फ डेटा चोरी करते हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं।

डिजिटल इंडिया की तेज़ी से बढ़ती दुनिया में एक ओर जहां स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, वहीं दूसरी ओर साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरे भी दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। इसी कड़ी में गृह मंत्रालय और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने एक अहम चेतावनी जारी की है। इसके तहत कुछ संदिग्ध और खतरनाक मोबाइल ऐप्स की पहचान की गई है, जिन्हें देश के नागरिकों से तुरंत डिलीट करने को कहा गया है।

इन ऐप्स से है खतरा
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये ऐप्स चीन और अन्य विदेशी स्रोतों से संचालित हो रहे हैं। इनका उद्देश्य भारतीय नागरिकों की निजी जानकारी चुराना, जासूसी करना और आर्थिक नुकसान पहुंचाना हो सकता है। इनमें कई ऐप्स सोशल मीडिया, फाइल शेयरिंग, स्कैनिंग, फोटो एडिटिंग और गेमिंग जैसे नामों पर चलते हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह ऐप्स मोबाइल में एक बार इंस्टॉल होते ही बिना जानकारी के कैमरा, माइक, लोकेशन, कॉन्टेक्ट्स और फाइल्स तक पहुंच बना लेते हैं। इसके जरिए यूजर की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है।

चीन से कनेक्शन
चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से अधिकतर ऐप्स का सीधा कनेक्शन चीन से है। पहले भी भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए TikTok, PUBG, CamScanner, ShareIt जैसे कई चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। अब फिर से कुछ ऐप्स ऐसे पाए गए हैं जो डेटा चोरी के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं।

सरकार की सलाह
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल प्रमाणिक और Google Play Store या Apple App Store से ही ऐप्स डाउनलोड करें। किसी थर्ड पार्टी या अनजान स्रोत से ऐप डाउनलोड करना जोखिम भरा हो सकता है। साथ ही, किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग, रिव्यू और परमिशन की जानकारी जरूर जांचें।

साइबर क्राइम का बढ़ता खतरा
देश में साइबर अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बीते वर्षों में लाखों लोग ऑनलाइन धोखाधड़ी, बैंक फ्रॉड और डेटा चोरी का शिकार हो चुके हैं। इसके पीछे बड़ी संख्या में ऐसे ही खतरनाक ऐप्स का हाथ रहा है जो मोबाइल में घुसपैठ कर यूजर के बैंक खातों, पासवर्ड और ओटीपी तक पहुंच जाते हैं।

बड़ी कंपनियों को भी सतर्क रहने की सलाह
गृह मंत्रालय ने न सिर्फ आम नागरिकों को बल्कि सरकारी और निजी संगठनों को भी इन ऐप्स के इस्तेमाल को लेकर सतर्क रहने को कहा है। मंत्रालय ने कहा है कि इन ऐप्स का उपयोग कर संवेदनशील सूचनाओं की चोरी की जा सकती है जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की राय
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि मोबाइल फोन में किसी भी अनजान ऐप को इंस्टॉल करने से पहले उसकी जरूरत और विश्वसनीयता को समझना बेहद जरूरी है। कई बार लोग मुफ्त सेवाओं के लालच में ऐसे ऐप्स डाउनलोड कर लेते हैं जो बाद में उन्हें भारी नुकसान पहुंचाते हैं।

क्या करें, क्या न करें:
सरकार और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, आम नागरिकों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:

1. किसी भी अनजान या संदिग्ध ऐप को डाउनलोड न करें।

2. मोबाइल की सेटिंग्स में जाकर ऐप्स को दी गई परमिशन की जांच करें।

3. समय-समय पर फोन में मौजूद ऐप्स की समीक्षा करें और गैर-जरूरी ऐप्स हटाएं।

4. मोबाइल में एंटी-वायरस या सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें।

5. संदिग्ध लिंक या ऐप डाउनलोड लिंक पर क्लिक करने से बचें।
6.
डिजिटल युग में जहां एक तरफ तकनीक ने जीवन को आसान बनाया है, वहीं दूसरी तरफ इसके खतरों को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। सरकार की ओर से जारी ये चेतावनी एक गंभीर संकेत है कि नागरिकों को अब और अधिक साइबर जागरूक होने की जरूरत है। आपकी एक छोटी सी लापरवाही न सिर्फ आपके निजी डेटा को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि आपके आर्थिक और सामाजिक जीवन को भी खतरे में डाल सकती है।

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