
पहली प्राइवेट नौकरी पर 15 हजार रुपये एक्स्ट्रा देगी सरकार, पीएम मोदी का बड़ा ऐलान: जानें किसे और कैसे मिलेगा फायदा
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को लेकर एक ऐतिहासिक घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अब पहली प्राइवेट नौकरी करने वाले युवाओं को ₹15 हजार रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देगी। यह कदम रोजगार बढ़ाने और युवाओं को निजी क्षेत्र से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार का उद्देश्य युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ स्नातक या डिप्लोमा पूरा करने वाले नए नौकरीपेशा युवाओं को मिलेगा। इसके तहत जब कोई युवा पहली बार किसी निजी कंपनी में नौकरी शुरू करेगा तो सरकार सीधे उसके खाते में 15 हजार रुपये ट्रांसफर करेगी।
किसे मिलेगा फायदा?
1. यह योजना केवल उन युवाओं के लिए है जो पहली बार प्राइवेट नौकरी में शामिल होंगे।
2. आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए और आयु सीमा 18 से 28 वर्ष तय की गई है।
3. केवल उन्हीं युवाओं को लाभ मिलेगा जिन्होंने मान्यता प्राप्त कॉलेज/संस्थान से पढ़ाई पूरी की है।
4. सरकारी नौकरियों में शामिल उम्मीदवार इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे।
कैसे मिलेगा लाभ?
युवाओं को नौकरी मिलने के बाद कंपनी द्वारा रोजगार सत्यापन प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
इस प्रमाणपत्र को लेकर अभ्यर्थी को सरकारी पोर्टल पर आवेदन करना होगा।
दस्तावेज़ सत्यापन के बाद सरकार सीधे उम्मीदवार के जन धन या आधार लिंक्ड बैंक खाते में 15 हजार रुपये भेज देगी।
पूरी प्रक्रिया डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
सरकार का उद्देश्य
सरकार के मुताबिक, इस योजना का मकसद दोहरा है—
1. युवाओं को निजी क्षेत्र की नौकरियों में अवसर तलाशने के लिए प्रेरित करना।
2. रोजगार बाजार में नए टैलेंट की भागीदारी बढ़ाना।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल निजी कंपनियों को भी फायदा पहुंचाएगी, क्योंकि नए उम्मीदवार प्रोत्साहन राशि के कारण आसानी से नौकरी के लिए तैयार होंगे।
युवाओं में उत्साह
इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर युवाओं ने खुशी जाहिर की है। कई छात्रों ने लिखा कि सरकार का यह कदम नए स्नातकों के लिए राहत लेकर आया है। वहीं, रोजगार विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्टार्टअप और प्राइवेट सेक्टर में टैलेंट रिटेंशन में भी मदद करेगी।
कितने युवाओं को मिलेगा लाभ?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हर साल लगभग 70 से 80 लाख युवा स्नातक और डिप्लोमा पूरा करते हैं। इनमें से बड़ी संख्या प्राइवेट सेक्टर में रोजगार तलाशती है। यदि योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन होता है तो लाखों युवाओं को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
अर्थव्यवस्था पर असर
आर्थिक जानकारों के अनुसार, इस योजना से युवाओं की क्रय शक्ति (Purchasing Power) बढ़ेगी। जब युवाओं के हाथ में अतिरिक्त 15 हजार रुपये आएंगे तो वे खर्च और निवेश दोनों में सक्रिय होंगे, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और भी मजबूत होगी।
पीएम मोदी की अपील
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने युवाओं से कहा—
“देश का भविष्य आपके हाथों में है। यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं बल्कि आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने का माध्यम है। जब आप नई नौकरी शुरू करेंगे, तो सरकार आपके साथ खड़ी होगी।”
लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी की यह घोषणा न केवल रोजगार के नए अवसर खोलेगी, बल्कि देश के युवा वर्ग को प्राइवेट सेक्टर की ओर आकर्षित करेगी। सरकार की यह पहल युवाओं के लिए प्रोत्साहन और देश की अर्थव्यवस्था के लिए नई ऊर्जा साबित हो सकती है।