
गुरुग्राम। दिल्ली-एनसीआर का कॉर्पोरेट हब कहे जाने वाले गुरुग्राम में हुई मूसलाधार बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। कुछ ही घंटों की तेज बरसात ने पूरे शहर को पानी-पानी कर दिया। मुख्य सड़कों से लेकर रिहायशी इलाकों तक जलभराव की स्थिति ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। दफ्तर और स्कूल जाने वालों को घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहना पड़ा।
कई इलाकों में जलभराव से बिगड़ी स्थिति
बारिश के बाद सेक्टर-29, राजीव चौक, सिविल लाइंस, सोहना रोड, झारसा रोड और गोल्फ कोर्स रोड समेत कई मुख्य मार्ग तालाब में बदल गए। कुछ स्थानों पर पानी इतना भर गया कि गाड़ियों के आधे पहिए तक डूब गए। लोग अपनी गाड़ियां धक्का लगाकर निकालते दिखाई दिए। पैदल चलने वाले भी knee-deep पानी में फंसे नजर आए।
सोशल मीडिया पर बारिश के बाद की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग जलभराव में जूझते नजर आ रहे हैं।
दफ्तर और स्कूल जाने वालों की मुसीबत
सुबह ऑफिस जाने का समय सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। मूसलाधार बारिश की वजह से जगह-जगह ट्रैफिक जाम लग गया। राजीव चौक और सोहना रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। बच्चों को स्कूल ले जाने वाली बसें और वैन भी जलभराव में फंसी रहीं। अभिभावकों ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में और तेज बारिश होने की संभावना है।
इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। साथ ही बारिश और जलभराव से बचाव के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
हर साल दोहराई जाती है वही समस्या
शहरवासियों का कहना है कि गुरुग्राम में हर बार बारिश का यही हाल होता है। थोड़ी-सी तेज बरसात होते ही सड़कों पर तालाब जैसी स्थिति बन जाती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम और प्रशासन ने जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
निवासी राजीव चौक इलाके के निवासी पंकज शर्मा ने कहा,
> “हर साल यही स्थिति होती है। बारिश के बाद घरों तक पानी भर जाता है। प्रशासन सिर्फ कागजों में योजना बनाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर काम नहीं होता।”
कॉर्पोरेट हब की छवि पर असर
गुरुग्राम को देश का आईटी और कॉर्पोरेट हब कहा जाता है। यहां देश-विदेश की बड़ी कंपनियों के दफ्तर हैं। लेकिन जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या इस छवि को धूमिल करती है। बारिश में सड़कें जाम होने से कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच पाए और वर्क-फ्रॉम-होम की स्थिति बन गई।
जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर
जिला प्रशासन ने जलभराव वाले इलाकों में पंप सेट और राहत टीमों को तैनात किया है। नगर निगम ने दावा किया कि जल निकासी के लिए लगातार काम हो रहा है। हालांकि, लोगों का कहना है कि जमीन पर इसका असर दिखाई नहीं देता।
बारिश से जुड़ी सुरक्षा सलाह
अनावश्यक बाहर न निकलें
पानी से भरे रास्तों से बचें
गाड़ियों को पानी में तेज गति से न चलाएं
इलेक्ट्रिक पोल और तारों से दूरी बनाकर रखें
गुरुग्राम में हुई मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक शहर को जलभराव की समस्या से निजात मिलेगी। बार-बार की समस्या को देखते हुए अब लोगों की उम्मीद है कि प्रशासन ठोस कदम उठाए और गुरुग्राम को पानी-पानी होने से बचाए।