
झारखंड की राजनीति में अहम चेहरा और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें पारस अस्पताल, रांची में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं।
हफीजुल हसन अंसारी की तबीयत अचानक बिगड़ी
मंत्री हफीजुल हसन अंसारी लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। बीते दो दिनों से उनकी हालत और खराब हो गई थी। शुक्रवार देर रात उन्हें रांची स्थित पारस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनका इलाज कर रही है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार उन्हें आईसीयू (ICU) में रखा गया है और स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री और नेताओं ने जताई चिंता
मंत्री की बिगड़ती तबीयत की खबर मिलते ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अस्पताल पहुंचकर उनकी सेहत की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों को निर्देश दिया है कि इलाज में किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए।
इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और विपक्षी दलों के कई बड़े नेताओं ने भी अस्पताल जाकर मंत्री की तबीयत के बारे में जानकारी ली। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
झारखंड की राजनीति में अहम चेहरा
हफीजुल हसन अंसारी झारखंड की राजनीति में एक मजबूत पहचान रखते हैं। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से जुड़े हैं और वर्तमान में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
उनकी सादगी और जनता से जुड़ाव की वजह से वे अपने विधानसभा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय माने जाते हैं। खासकर गिरिडीह और आसपास के इलाकों में उनकी गहरी पकड़ है।
परिवार और समर्थकों में चिंता का माहौल
अस्पताल में भर्ती होने के बाद मंत्री हफीजुल हसन अंसारी के परिवार और समर्थकों में गहरी चिंता का माहौल है। बड़ी संख्या में लोग रांची पहुंचकर अस्पताल के बाहर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए जुटे हुए हैं।
लोग लगातार दुआ कर रहे हैं कि मंत्री जल्द स्वस्थ होकर फिर से जनसेवा में लगें।
डॉक्टरों ने दी जानकारी
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मंत्री की हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है। डॉक्टरों की टीम 24 घंटे उनकी निगरानी कर रही है।
पारस अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें हार्ट और लंग्स से जुड़ी जटिल समस्याएं हैं। उनकी हालत को देखते हुए फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
सोशल मीडिया पर दुआओं की बौछार
जैसे ही मंत्री के बीमार होने की खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं का सिलसिला शुरू हो गया। ट्विटर (X), फेसबुक और व्हाट्सएप पर हजारों लोग उनके लिए दुआएं कर रहे हैं।
लोग लिख रहे हैं – “अल्लाह उन्हें जल्द सेहतमंद करे”, “हमें अपने जन नेता की ज़रूरत है”, “जल्दी स्वस्थ होकर वापस आइए”।
राजनीतिक हलकों में हलचल
हफीजुल हसन अंसारी की तबीयत खराब होने से झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। राज्य सरकार और JMM पार्टी के भीतर गहरी चिंता देखने को मिल रही है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मंत्री का बीमार होना झारखंड की सियासत के लिए एक बड़ा झटका है।
झारखंड में राजनीतिक करियर
हफीजुल हसन अंसारी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जमीनी स्तर से की थी।
वे झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़े और धीरे-धीरे पार्टी के बड़े नेताओं की गिनती में शामिल हो गए।
उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के लिए कई विकास कार्य किए, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क निर्माण अहम हैं।
अल्पसंख्यक समाज में उनकी एक खास पहचान है और वे हमेशा उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहे हैं।
राज्य सरकार की तरफ से बयान
झारखंड सरकार ने मंत्री की सेहत पर बयान जारी करते हुए कहा है कि सरकार उनके स्वास्थ्य को लेकर बेहद गंभीर है और हर संभव इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।
जनता की उम्मीदें
लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही मंत्री की तबीयत में सुधार होगा और वे फिर से अपने काम में जुटेंगे।
हफीजुल हसन अंसारी न केवल झारखंड की राजनीति में एक अहम चेहरा हैं, बल्कि जनता के बीच उनकी सादगी और काम करने का तरीका उन्हें लोकप्रिय नेता बनाता है।
आज जब वे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं, पूरा झारखंड और उनके समर्थक दुआ कर रहे हैं कि वे जल्द स्वस्थ होकर वापस लौटें।
