
दुमका/हंसडीहा। दुर्गा पूजा के पावन पर्व पर जहां लोग श्रद्धा और उत्साह से माता रानी की पूजा-अर्चना में लगे हुए थे, वहीं झारखंड के दुमका जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। हंसडीहा थाना क्षेत्र में स्टेज प्रोग्राम (ऑर्केस्ट्रा शो) में गाना गाने वाली 21 वर्षीय युवती के साथ तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने लिखित आवेदन देकर पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुआ वारदात का खुलासा?
पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, पीड़िता मूल रूप से देवघर की रहने वाली है और वहीं रहकर स्टेज शो में बतौर सिंगर काम करती है। घटना 2 अक्टूबर की रात की है। पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि 28 सितंबर को उसके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने बताया कि हंसडीहा में एक कार्यक्रम है, जिसमें उसे गाना गाना होगा।
प्रोग्राम का लालच देकर युवती को झांसा दिया गया। जब वह मौके पर पहुंची तो तीन युवकों ने उसे कार में बैठाकर एक सुनसान जगह ले जाया गया। वहां पहले तो युवती के साथ बदसलूकी की गई और फिर जबरन उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर सामूहिक बलात्कार किया गया।
आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने बताया कि गैंगरेप की इस घटना को अंजाम देने वाले युवकों की पहचान कर ली गई है। तीनों आरोपी देवघर और आसपास के इलाके के रहने वाले हैं। घटना की शिकायत मिलते ही हंसडीहा थाना प्रभारी तरायुड ने विशेष टीम गठित कर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मामला गंभीर अपराध से जुड़ा हुआ है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 (2), 376D (गैंगरेप), 70(1), 303(2) तथा बीपीएससी की धारा 137(2), 127(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अपराध को छुपाने के लिए पीड़िता का मोबाइल फोन भी छीन लिया था ताकि वह किसी को सूचना न दे सके।
पीड़िता का दर्द
पीड़िता ने कहा कि वह देवघर में रहकर परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए स्टेज शो में गाना गाती है। परिवार की जिम्मेदारियों को उठाने के बावजूद उसे इस तरह की भयावह घटना का शिकार होना पड़ा। पीड़िता ने प्रशासन से न्याय और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
परिजनों का आक्रोश
पीड़िता के परिजनों ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि दुर्गा पूजा जैसे पावन मौके पर भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने मांग की कि दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर जल्द से जल्द सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी घटना करने से पहले सौ बार सोचे।
समाज में आक्रोश
घटना सामने आने के बाद हंसडीहा और देवघर इलाके में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बेटियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन को और सख्त कदम उठाने होंगे। दुर्गा पूजा के समय जब शहर में भीड़-भाड़ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहती है, उस दौरान ऐसी घटनाएं पूरे समाज को झकझोर देती हैं।
महिला संगठनों की मांग
महिला संगठनों ने भी दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि युवतियों की सुरक्षा को लेकर सरकार और प्रशासन दोनों को गंभीर कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों को सुरक्षित माहौल देना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
पुलिस की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच तेज कर दी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस घटना में और भी लोग शामिल थे या यह तीनों आरोपियों की ही करतूत थी।
यह घटना सिर्फ एक युवती के साथ अन्याय नहीं है बल्कि पूरे समाज और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है। आज जरूरत है कि हम सब मिलकर युवतियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। जब तक अपराधियों को सख्त और त्वरित सजा नहीं मिलेगी, तब तक ऐसी घटनाएं थमने वाली नहीं हैं।