बदलते मौसम का असर अब लोगों की सेहत पर साफ दिखाई देने लगा है। सुबह और रात के तापमान में अंतर के कारण सर्दी-जुकाम, खांसी और गले में खराश जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऑफिस, स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर अब खांसते-छींकते लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले 8 से 10 दिनों में गले में दर्द, खराश और कान में दर्द वाले मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। यह समस्या आमतौर पर मौसमी संक्रमण, वायरल इंफेक्शन या ठंडी चीजों के सेवन के कारण होती है। आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण और घरेलू उपाय जो आपको राहत दिला सकते हैं।
गले में खराश और खांसी के मुख्य कारण:
गले में खराश और खांसी आमतौर पर वायरस या बैक्टीरिया के संक्रमण से होती है। इसके अलावा प्रदूषण, धूल, ठंडे पेय पदार्थ, आइसक्रीम, और अधिक बोलने से भी यह परेशानी बढ़ सकती है। कभी-कभी सर्द हवा या एसी में अधिक समय बिताने से भी गले की नमी कम होकर दर्द शुरू हो जाता है।
गले की खराश के लक्षण:
गले में सूजन या जलन
निगलने में दर्द या कठिनाई
लगातार सूखी खांसी
आवाज बैठ जाना या भारी होना
कान में दर्द या दबाव महसूस होना
गले की खराश और खांसी के घरेलू उपाय:
1. गर्म पानी से गरारा करें:
दिन में दो से तीन बार नमक मिले गुनगुने पानी से गरारा करने से गले की सूजन कम होती है और बैक्टीरिया खत्म होते हैं।
2. अदरक और शहद का सेवन करें:
अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसे शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से गले को आराम मिलता है और खांसी कम होती है।
3. हल्दी वाला दूध पिएं:
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से गले की खराश और सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है।
4. भाप लें (Steam Inhalation):
गले में दर्द या खांसी की समस्या होने पर दिन में 1-2 बार भाप लेना बहुत फायदेमंद होता है। इससे गले की जकड़न और बलगम में राहत मिलती है।
5. तुलसी और काली मिर्च की चाय:
तुलसी और काली मिर्च एंटी-वायरल गुणों से भरपूर हैं। इन्हें उबालकर बनाई गई चाय पीने से गले की खराश में तुरंत आराम मिलता है।
6. अधिक पानी पिएं:
शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। गुनगुना पानी पीने से गले की सूखापन कम होता है और संक्रमण जल्दी दूर होता है।
7. ठंडी चीजों से बचें:
ठंडे पेय पदार्थ, आइसक्रीम और ठंडे वातावरण से दूरी बनाकर रखें। इससे संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।
डॉक्टर की सलाह कब लें:
यदि गले में दर्द तीन से चार दिनों से अधिक बना रहता है, तेज बुखार, कान में दर्द या सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
रोकथाम के उपाय:
रोजाना गुनगुना पानी पिएं
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ खाएं
बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें
ठंडी और तैलीय चीजों से परहेज करें
पर्याप्त नींद लें और तनाव से दूर रहें
बदलते मौसम में गले की खराश और खांसी से बचाव के लिए सबसे जरूरी है सावधानी और घरेलू उपायों का पालन। नियमित रूप से गरारा करें, गुनगुना पानी पिएं और इम्युनिटी बढ़ाने वाले आहार का सेवन करें। इससे आप मौसमी संक्रमणों से सुरक्षित रह सकते हैं।
यह लेख सामान्य स्वास्थ्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी तरह की चिकित्सा समस्या होने पर डॉक्टर या चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
