
Health tips: क्या आप कान की सफाई के लिए ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं? जानिए इससे होने वाले खतरे और सही तरीका।
कान की सफाई हमारी रोजमर्रा की सफाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, लेकिन बहुत से लोग इसे गलत तरीके से करते हैं। अधिकतर लोग ईयरबड्स या तीली जैसी चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं, जो न सिर्फ खतरनाक हो सकता है बल्कि इससे सुनने की क्षमता पर भी असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कान की सफाई के लिए ईयरबड्स का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं क्यों और क्या है कान साफ करने का सही तरीका।
ईयरबड्स से कान साफ करने के खतरे
1. ईयरवैक्स अंदर चला जाता है
ईयरबड्स का प्रयोग करने पर अक्सर मैल बाहर आने की बजाय और गहराई में चला जाता है। इससे कान के पर्दे (ईयरड्रम) को नुकसान हो सकता है।
2. सुनने की क्षमता पर असर
बार-बार ईयरबड्स से कान में दबाव डालने पर धीरे-धीरे सुनने की शक्ति कम हो सकती है।
3. कान में चोट और संक्रमण
तीखी या सख्त वस्तु के संपर्क में आने से कान की नाजुक त्वचा में घाव हो सकता है, जिससे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
4. ईयरड्रम फटने की संभावना
यदि ईयरबड्स बहुत अंदर तक चला जाए तो ईयरड्रम पर दबाव पड़ सकता है, जिससे परदा फट सकता है और स्थायी नुकसान भी हो सकता है।
तो क्या है कान साफ करने का सही तरीका?
1. नेचुरल प्रोसेस को न रोके
हमारे कान में जो वैक्स बनता है वह शरीर की नेचुरल सफाई प्रक्रिया का हिस्सा होता है। यह धूल, बैक्टीरिया और कीड़ों से कान को सुरक्षित रखता है। ज़रूरत से ज़्यादा सफाई करना सही नहीं।
2. गुनगुना पानी का इस्तेमाल
हल्के गर्म पानी में रुई भिगोकर कान के बाहरी हिस्से की सफाई करें। अंदर तक कुछ न डालें।
3. ईयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल
मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध सेफ ईयर ड्रॉप्स डॉक्टर की सलाह से प्रयोग करें। ये ड्रॉप्स वैक्स को नरम करके उसे खुद-ब-खुद बाहर निकालने में मदद करते हैं।
4. ENT डॉक्टर से सलाह लें
अगर आपको लगता है कि कान में बहुत अधिक मैल जमा हो गया है, या सुनने में दिक्कत हो रही है, तो खुद इलाज करने की बजाय ENT स्पेशलिस्ट से मिलें।
ध्यान रखें:
कान को ज्यादा साफ करना भी हानिकारक हो सकता है।
नहाते समय भी कानों में पानी जाने से बचें।
बच्चों के कान की सफाई बेहद सावधानी से करें।
कान की सफाई एक जरूरी आदत है, लेकिन गलत तरीके से की गई सफाई नुकसानदायक हो सकती है। ईयरबड्स या किसी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल करने से बचें और सुरक्षित तरीकों से ही सफाई करें। कान की सेहत के साथ समझौता न करें, क्योंकि सुनना एक अनमोल इंद्रिय है।