आधुनिक जीवनशैली और अनियमित खानपान की वजह से आज के समय में पोषण की कमी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इन्हीं में से एक है विटामिन C की कमी, जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। यह न सिर्फ आपकी त्वचा और दांतों पर असर डालती है, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर देती है।
क्या है विटामिन C और क्यों है जरूरी?
विटामिन C जिसे एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid) कहा जाता है, पानी में घुलनशील विटामिन है। यह शरीर में कोलेजन बनाने में मदद करता है, जो त्वचा, हड्डियों, और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है।
साथ ही, यह फ्री रेडिकल्स से लड़कर कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है और प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) को मजबूत करता है।
विटामिन C की कमी से होने वाली प्रमुख बीमारियां
1 स्कर्वी (Scurvy)
यह विटामिन C की कमी से होने वाली सबसे आम बीमारी है। इसमें शरीर में कोलेजन बनने की प्रक्रिया रुक जाती है जिससे:
मसूड़ों से खून आने लगता है
दांत ढीले पड़ने लगते हैं
घाव जल्दी नहीं भरते
त्वचा पर छोटे-छोटे लाल दाने निकल आते हैं
2. एनीमिया (Anemia)
विटामिन C शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से खून की कमी यानी एनीमिया हो जाता है।
लक्षण – थकान, कमजोरी, चक्कर आना और सांस फूलना।
3. कमजोर हड्डियां और जोड़ों में दर्द
विटामिन C की कमी से कोलेजन उत्पादन घट जाता है, जिससे हड्डियां कमजोर होती हैं और जोड़ों में दर्द बना रहता है।
4. त्वचा और बालों से जुड़ी समस्याएं
कमी के कारण त्वचा रूखी, बेजान हो जाती है और बाल झड़ने लगते हैं।
कई बार त्वचा पर काले धब्बे या झाइयां भी दिखने लगती हैं।
5. प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना
विटामिन C शरीर की इम्यून कोशिकाओं को सक्रिय करता है। इसकी कमी से संक्रमण और वायरल बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
विटामिन C की कमी के लक्षण
मसूड़ों से खून आना
त्वचा पर नीले या लाल निशान
घावों का देर से भरना
लगातार थकान
बालों का झड़ना
भूख में कमी
बार-बार सर्दी या संक्रमण होना
अगर इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक दिखें तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है।
विटामिन C की कमी को दूर करने के घरेलू उपाय
1. आंवला (Indian Gooseberry)
आंवला विटामिन C का सबसे बड़ा स्रोत है। रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है और त्वचा में निखार आता है।
2. संतरा और मौसमी
साइट्रस फलों जैसे संतरा, नींबू, मौसमी और कीनू में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है। रोजाना एक गिलास संतरे का रस पीना काफी फायदेमंद होता है।
3. अमरूद (Guava)
100 ग्राम अमरूद में लगभग 200 मिलीग्राम विटामिन C होता है, जो शरीर की जरूरत से कहीं ज्यादा है।
4. टमाटर और शिमला मिर्च
इन दोनों सब्जियों में विटामिन C के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं।
5. हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी और धनिया जैसी सब्जियां भी विटामिन C का अच्छा स्रोत हैं।
विटामिन C की दैनिक जरूरत कितनी है?
वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन लगभग 90 mg
महिलाओं को लगभग 75 mg
गर्भवती महिलाओं को 85 mg
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को 120 mg विटामिन C की आवश्यकता होती है।
यदि आहार से यह पूरा नहीं हो पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लिमेंट लिया जा सकता है।—
क्या विटामिन C की अधिक मात्रा भी नुकसान कर सकती है?
हाँ, विटामिन C पानी में घुलनशील होने के बावजूद अधिक मात्रा में लेने पर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
जैसे –
पेट दर्द
दस्त
एसिडिटी
उल्टी
इसलिए प्राकृतिक स्रोतों से विटामिन C लेना ही सबसे बेहतर तरीका है।
विटामिन C सिर्फ एक पोषक तत्व नहीं, बल्कि शरीर की सेहत का रक्षक है। इसकी कमी से स्कर्वी, एनीमिया, त्वचा की समस्याएं और इम्यून सिस्टम की कमजोरी जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं।
इसलिए अपने डेली डाइट में आंवला, संतरा, अमरूद और हरी सब्जियों को शामिल करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
