
HealthNews: हार्ट अटैक की ओर ले जाती हैं आपकी ये 5 आदतें, डॉक्टर ने बताया बचाव का सही तरीका।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और असंतुलित जीवनशैली ने दिल की बीमारियों को बेहद आम बना दिया है। खासकर हार्ट अटैक (Heart Attack) अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुछ आम आदतें ऐसी होती हैं जो धीरे-धीरे दिल को नुकसान पहुंचाती हैं और हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ा देती हैं।
डॉक्टर्स का मानना है कि रोजमर्रा के खानपान और जीवनशैली से जुड़ी आदतें ही सबसे बड़ा खतरा बन चुकी हैं। अगर समय रहते इन्हें सुधारा न जाए तो दिल की बीमारियों का खतरा गंभीर रूप ले सकता है। आइए जानते हैं वो कौन-सी आदतें हैं जो आपके दिल के दुश्मन बन चुकी हैं और हार्ट अटैक से बचाव के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ये 5 आदतें जो बन सकती हैं हार्ट अटैक की वजह:
1. ज्यादा तला-भुना और फास्ट फूड खाना:
बर्गर, पिज्जा, समोसे, चिप्स जैसी चीज़ें खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है, जो धीरे-धीरे धमनियों को ब्लॉक कर देता है।
2. शुगर और प्रोसेस्ड फूड का अत्यधिक सेवन:
बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड फूड, मिठाइयां, कोल्ड ड्रिंक्स आदि ब्लड शुगर और ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ाते हैं, जो दिल के लिए खतरनाक है।
3. धूम्रपान और शराब का सेवन:
तंबाकू और शराब दोनों ही हार्ट के लिए ज़हर समान हैं। ये धमनियों की दीवारों को कमजोर कर देते हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाते हैं।
4. फिजिकल एक्टिविटी की कमी:
रोजाना एक्सरसाइज या वॉक न करना शरीर में फैट और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है, जिससे दिल कमजोर होता है।
5. नींद की कमी और स्ट्रेस:
कम नींद और लगातार मानसिक तनाव का सीधा असर हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर पर पड़ता है।
हार्ट अटैक से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह:
संतुलित आहार लें: ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां, फल, ओट्स, नट्स और फाइबर युक्त चीजें खाएं।
नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या योग जरूर करें।
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।
स्ट्रेस मैनेजमेंट करें: मेडिटेशन, गहरी सांसें लेना और समय पर नींद लें।
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं: ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच समय-समय पर करवाएं।
हार्ट अटैक कोई अचानक आने वाली बीमारी नहीं है, बल्कि ये धीरे-धीरे शरीर में पनपती है। हमारी कुछ छोटी-छोटी लापरवाहियां और आदतें ही इसका कारण बनती हैं। अगर समय रहते इन पर ध्यान दिया जाए और डॉक्टर की सलाह मानकर जीवनशैली में बदलाव किया जाए, तो इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है।
Disclaimer:
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सलाह पर आधारित है, जो विभिन्न स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अध्ययनों के आधार पर प्रस्तुत की गई है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या बीमारी की स्थिति में संबंधित डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। इस जानकारी का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है।