
हाई यूरिक एसिड की समस्या आजकल बहुत तेजी से बढ़ रही है। यह न केवल जोड़ों में दर्द का कारण बनती है बल्कि धीरे-धीरे गठिया जैसी गंभीर बीमारियों को भी जन्म दे सकती है। जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है तो यह क्रिस्टल के रूप में हड्डियों और जोड़ों में जमा होने लगता है। खासतौर पर घुटनों, टखनों और पैरों के अंगूठों में इसका असर ज्यादा दिखाई देता है। इस स्थिति में चलना-फिरना, उठना-बैठना और सीढ़ियां चढ़ना-उतरना बेहद कठिन हो जाता है।
यूरिक एसिड के बढ़ने पर शरीर में सूजन, जलन और तेज दर्द की समस्या भी देखने को मिलती है। कई बार मरीज रात में अचानक तेज दर्द के कारण उठ जाते हैं। लंबे समय तक इसे अनदेखा करने से यह क्रॉनिक समस्या में बदल सकती है। इसलिए समय रहते इसके कारणों और लक्षणों को पहचानना और नियंत्रण करना जरूरी है।
हाई यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
ज्यादा मात्रा में रेड मीट, समुद्री भोजन और दालों का सेवन
फास्ट फूड और जंक फूड की अधिकता
शुगर और फ्रक्टोज वाले पेय पदार्थ
अल्कोहल और बीयर का सेवन
मोटापा और कम शारीरिक गतिविधि
डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी की समस्या

हाई यूरिक एसिड के लक्षण

हाई यूरिक एसिड के लक्षण
जोड़ों में सूजन और लालिमा
घुटनों, टखनों और अंगूठे में तीव्र दर्द
चलने और उठने-बैठने में परेशानी
जोड़ों में अकड़न
सुबह उठने पर शरीर में जकड़न और दर्द

हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय

हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय
रोजाना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं, इससे यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकलता है।
हरी सब्जियां, सलाद और फाइबर युक्त भोजन को डाइट में शामिल करें।
ज्यादा तैलीय, मसालेदार और फास्ट फूड से परहेज करें।
अल्कोहल, बीयर और शुगर वाले ड्रिंक्स से दूरी बनाए रखें।
नियमित रूप से योग और हल्की एक्सरसाइज करें।
वजन को नियंत्रित रखें, मोटापा यूरिक एसिड को और बढ़ा सकता है।
डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाइयों का सेवन करें।
अगर शरीर में बार-बार जोड़ों का दर्द, सूजन और चलने-फिरने में कठिनाई महसूस हो तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं और अपनी जीवनशैली में सुधार लाएं।
समय रहते हाई यूरिक एसिड पर नियंत्रण किया जाए तो यह बड़ी बीमारी का रूप नहीं लेता। संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और स्वस्थ दिनचर्या से इस परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है।