
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और असंतुलित खानपान की वजह से यूरिक एसिड बढ़ना अब एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में प्यूरीन नामक तत्व के टूटने से बनता है। सामान्य स्थिति में यह यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन जब इसकी मात्रा ज्यादा हो जाती है या किडनी इसे पूरी तरह बाहर नहीं निकाल पाती, तो यह खून में बढ़ने लगता है। इससे गठिया, जोड़ों में सूजन और किडनी स्टोन जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यही वजह है कि यूरिक एसिड को नियंत्रित रखने के लिए सही खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी हो जाता है।
यूरिक एसिड बढ़ने पर डाइट क्यों है जरूरी?
यूरिक एसिड की अधिकता से शरीर में यूरिक क्रिस्टल बनने लगते हैं जो जोड़ों में जमा होकर दर्द और सूजन का कारण बनते हैं। अगर लंबे समय तक इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह क्रॉनिक गाउट का रूप ले सकता है। दवाइयों के साथ-साथ डाइट में बदलाव करने से इसका स्तर काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। सही भोजन न केवल यूरिक एसिड को संतुलित करता है बल्कि किडनी और लिवर के कार्य को भी बेहतर बनाता है।
यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाएं?
1. हरी सब्जियां – लौकी, तोरई, परवल, पालक और मेथी जैसी सब्जियां शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं और यूरिक एसिड को कंट्रोल करती हैं।
2. फल – सेब, अमरूद, नाशपाती, पपीता और चेरी जैसे फल फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो सूजन कम करते हैं।
3. विटामिन C युक्त फल – संतरा, नींबू, आंवला और स्ट्रॉबेरी यूरिक एसिड को प्राकृतिक रूप से कम करने में सहायक हैं।
4. कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट – दूध, दही और पनीर का सीमित सेवन शरीर को प्रोटीन देता है और यूरिक एसिड नहीं बढ़ाता।
5. साबुत अनाज और दलिया – ओट्स, ब्राउन राइस और गेहूं का दलिया पचने में हल्का और सेहत के लिए अच्छा होता है।
6. पानी और तरल पदार्थ – ज्यादा पानी, नारियल पानी और छाछ शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड बाहर निकालने में मदद करते हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने पर किन चीजों से करें परहेज?
1. रेड मीट और सी-फूड – मटन, लीवर, झींगा और मछली जैसे खाद्य पदार्थ प्यूरीन से भरपूर होते हैं, जिससे यूरिक एसिड तेजी से बढ़ता है।
2. जंक फूड और तैलीय भोजन – बर्गर, पिज्जा, फ्राइड आइटम और ज्यादा तेल-मसाले वाली चीजें शरीर में सूजन बढ़ाती हैं।
3. मीठे पेय पदार्थ – कोल्ड ड्रिंक, पैक्ड जूस और शक्कर युक्त ड्रिंक्स यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं।
4. दालें और बीन्स – राजमा, चना और अरहर दाल का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए क्योंकि इनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।
5. शराब और धूम्रपान – ये किडनी की कार्यक्षमता को कम करते हैं और यूरिक एसिड बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
6. कॉफी और चाय – अत्यधिक कैफीन यूरिक एसिड के स्तर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार यूरिक एसिड नियंत्रित रखने के लिए संतुलित डाइट, पर्याप्त पानी और नियमित व्यायाम बेहद जरूरी है। योग और हल्की कसरत करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और यूरिक एसिड के स्तर पर भी नियंत्रण रहता है।
यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समय रहते डाइट और जीवनशैली में बदलाव करने से यह बीमारी गंभीर रूप नहीं ले पाती।
यहां दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से लिखी गई है। यह किसी भी प्रकार से चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। यूरिक एसिड से संबंधित लक्षण या समस्या होने पर तुरंत योग्य डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें