
बदलती जीवनशैली और व्यस्त दिनचर्या में लोग आसानी से तैयार हो जाने वाले भोजन की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। यही वजह है कि फ्रोजन फूड्स का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है। चाहे फ्रोजन सब्जियां हों, पैकेज्ड नॉनवेज, पिज़्ज़ा, बर्गर, नगेट्स या फ्रेंच फ्राइज—आजकल ये लगभग हर घर की रसोई का हिस्सा बनते जा रहे हैं। लेकिन सुविधा और स्वाद के चक्कर में लोग यह भूल जाते हैं कि ऐसे खाद्य पदार्थ लंबे समय में शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
विशेषज्ञ बताते हैं कि फ्रोजन फूड्स में ताजगी बनाए रखने के लिए कई तरह के रसायन और प्रिज़र्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये प्रिज़र्वेटिव्स भोजन को जल्दी खराब होने से बचाते तो हैं, लेकिन शरीर में जाकर यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक प्रभाव डालते हैं। लगातार इनका सेवन करने से मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
फ्रोजन सब्जियां और फल देखने में तो ताजे लगते हैं, लेकिन लंबे समय तक फ्रीज में रहने से इनमें मौजूद जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं। पोषण की कमी का असर बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा पड़ता है। इसके अलावा, रेडी-टू-कुक स्नैक्स जैसे आलू टिक्की, फ्रेंच फ्राइज या समोसा को तलने के बाद इनमें मौजूद ट्रांस फैट और ज्यादा खतरनाक हो जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाकर हृदय रोगों का जोखिम पैदा करता है।
फ्रोजन मीट और पैकेज्ड नॉनवेज आइटम्स में बैक्टीरिया पनपने की संभावना ज्यादा रहती है। गलत तरीके से स्टोर करने या बार-बार डीफ़्रॉस्ट करने पर फूड पॉयजनिंग का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, इन फूड्स में नमक यानी सोडियम की मात्रा भी अधिक होती है, जो किडनी पर दबाव डालती है और ब्लड प्रेशर असंतुलित कर सकती है।
डॉक्टरों और डाइटिशियनों का मानना है कि लोगों को रोजमर्रा की डाइट में ताजे फलों, सब्जियों और घर के बने खाने को प्राथमिकता देनी चाहिए। फ्रोजन फूड्स का सेवन यदि कभी-कभार किया जाए तो शरीर को उतना नुकसान नहीं होता, लेकिन इसे आदत बना लेना बेहद खतरनाक है। बच्चों और बुजुर्गों को खासतौर पर ऐसे खाद्य पदार्थों से दूर रखना चाहिए क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अपेक्षाकृत कमजोर होती है।
हेल्दी विकल्प क्या हैं?
अगर आप व्यस्त हैं और समय की कमी के कारण फ्रोजन फूड्स पर निर्भर रहते हैं, तो इसके बजाय ताजी सब्जियों को काटकर एयरटाइट कंटेनर में स्टोर कर सकते हैं। घर का बना सूप, अंकुरित अनाज, सलाद और मौसमी फल बेहतर विकल्प हैं। स्नैक्स के रूप में भुना हुआ चना, मखाना या सूखे मेवे न केवल जल्दी तैयार हो जाते हैं बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
फ्रोजन फूड्स निश्चित रूप से समय और मेहनत बचाते हैं, लेकिन यह सुविधा आपकी सेहत के लिए भारी साबित हो सकती है। अगर आप स्वस्थ और फिट रहना चाहते हैं, तो ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को ही अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय परामर्श का विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या या आहार संबंधी बदलाव से पहले योग्य चिकित्सक या डाइटिशियन से सलाह अवश्य लें।