
देशभर में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की चेतावनी जारी की है। खासकर उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी राज्यों के कई जिलों में आज (1 सितम्बर) को रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि 42 जिलों में लगातार भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है।
लोगों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट?
मौसम विभाग के मुताबिक, सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड में देखने को मिलेगा।
उत्तर प्रदेश – लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बस्ती, आज़मगढ़, कानपुर, बाराबंकी और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट है।
बिहार – पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और सीमांचल इलाके में तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी है।
मध्यप्रदेश – भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर और रीवा संभाग में भारी बारिश का अलर्ट जारी।
झारखंड – रांची, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और जमशेदपुर में बिजली गिरने और आंधी के साथ बारिश की संभावना।
उत्तराखंड – देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और पौड़ी में भी बारिश का दौर तेज रहेगा।
बिजली गिरने का खतरा
IMD ने साफ चेतावनी दी है कि बारिश के साथ कई जिलों में बिजली गिरने का खतरा भी बना रहेगा। ग्रामीण इलाकों में यह खतरा और भी ज्यादा है।
अगर आप खेत में काम कर रहे हों तो तुरंत किसी पक्के मकान या सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
पेड़ के नीचे खड़े होने से बचें।
मोबाइल फोन या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल खुले में न करें।
किस वजह से हो रही इतनी बारिश?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से उठी मानसूनी हवाओं और निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) के कारण यह बारिश हो रही है। इसके अलावा उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) भी बारिश को और तेज कर रहा है।
प्रशासन ने जारी किए निर्देश
राज्य सरकारों और जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि लोग सावधानी बरतें
निचले इलाकों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
स्कूली बच्चों को भारी बारिश की स्थिति में घर पर ही रखा जाए।
बिजली गिरने की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन पर सूचना दी जाए।
किसानों और यात्रियों के लिए खास चेतावनी
किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने मवेशियों को खुले में न बांधें।
धान और सब्जियों की फसलों को बचाने के लिए ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था करें।
यात्रा कर रहे लोग मौसम की अपडेट लेते रहें और तभी सफर शुरू करें।
पिछले 24 घंटे में कितना बरसा पानी?
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 70 मिमी तक बारिश दर्ज की गई।
बिहार के गया और भागलपुर में 90 मिमी तक पानी गिरा।
मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल में 80 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम का असर – जनजीवन अस्त-व्यस्त
भारी बारिश से कई जगह जलजमाव हो गया है। नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान ढहने की खबरें आई हैं।
सड़कों पर पानी भरने से यातायात प्रभावित हुआ।
ट्रेनें और बसें देरी से चल रही हैं।
बिजली कटौती की समस्या भी देखने को मिल रही है।
अगले 48 घंटे का पूर्वानुमान
उत्तर प्रदेश और बिहार – भारी से बहुत भारी बारिश।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ – कई जगह मध्यम से भारी बारिश।
झारखंड और बंगाल – बिजली चमकने और आंधी का खतरा।
उत्तराखंड और हिमाचल – पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की संभावना।
सावधानी ही बचाव है
मौसम विभाग की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से अपडेट लेते रहें।
स्थानीय प्रशासन और मीडिया की सलाह पर ध्यान दें।
घर से बाहर निकलते समय छाता या रेनकोट जरूर रखें।
बच्चों और बुजुर्गों को बारिश में बाहर निकलने से बचाएं।
भारत के कई हिस्सों में मानसून का कहर जारी है। 42 जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना होगा और सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा।