
राजस्थान में भीषण सड़क हादसा: खाटू श्याम से लौट रहे श्रद्धालुओं की पिकअप और ट्रक की भिड़ंत, 10 की मौत, 9 घायल।
राजस्थान के दौसा जिले में रविवार तड़के एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। खाटू श्याम जी के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी एक पिकअप गाड़ी और ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। यह दर्दनाक घटना दौसा के लालसोट थाना क्षेत्र में हुई, जिसमें 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिकअप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कई शव उसमें फंसे रह गए।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, श्रद्धालुओं की पिकअप जयपुर-गंगापुर सिटी मार्ग पर लालसोट से गुजर रही थी। सुबह करीब 4 बजे सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने पिकअप को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप के परखच्चे उड़ गए। आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालने में जुट गए। सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को लालसोट जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मृतकों में ज्यादातर एक ही गांव के
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर लोग एक ही गांव के रहने वाले थे और सभी खाटू श्याम जी के वार्षिक मेले में दर्शन कर लौट रहे थे। श्रद्धालुओं का समूह एक दिन पहले ही अपने गांव से खाटू श्याम जी के लिए रवाना हुआ था। हादसे की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया, हर तरफ चीख-पुकार और गम का माहौल बन गया।
घायलों की हालत गंभीर
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक 9 घायलों में से कई की हालत नाजुक है, जिनमें कुछ को जयपुर के बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है। घायलों का इलाज युद्धस्तर पर किया जा रहा है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और जिला कलेक्टर ने पीड़ित परिवारों से संपर्क साधा है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
दौसा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है। ट्रक को जब्त कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी और ओवरटेक करने के दौरान यह टक्कर हुई। पुलिस ने कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं करने और ओवरस्पीडिंग इस हादसे का मुख्य कारण है।
मौके पर अफरा-तफरी का माहौल
हादसे के तुरंत बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि पिकअप में बैठे लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। कई लोग पिकअप में फंस गए थे, जिन्हें गैस कटर की मदद से बाहर निकाला गया। राहत और बचाव कार्य में पुलिस, प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर जुटे रहे।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस सड़क हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को मुआवजा और घायलों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाए।
खाटू श्याम दर्शन से लौटते समय हादसे आम
यह पहली बार नहीं है जब खाटू श्याम जी के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं के साथ ऐसा हादसा हुआ हो। हर साल श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ सड़कों पर रहती है, लेकिन सड़क सुरक्षा और वाहनों की हालत पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी यात्रा के बाद ड्राइवरों की थकान और लापरवाही भी हादसों की एक बड़ी वजह होती है।
गांव में मातम और अंतिम संस्कार की तैयारी
हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के गांव में कोहराम मच गया। गांव में सन्नाटा छा गया और लोग पीड़ित परिवारों के घर पहुंचने लगे। स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए हैं। गांव में सामूहिक अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
हादसे के बाद उठे सवाल
यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि क्या धार्मिक यात्राओं के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं। ओवरस्पीडिंग और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर कड़ा नियंत्रण जरूरी है। सड़क पर भारी वाहन चालकों की लापरवाही को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
दौसा में हुआ यह भीषण हादसा न केवल कई परिवारों को उजाड़ गया, बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही की दर्दनाक तस्वीर भी पेश कर गया। अब जरूरत है कि धार्मिक यात्रा के दौरान यातायात और सुरक्षा प्रबंधन को और मजबूत किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।