
“तुलसी का पौधा कैसे हर लेता है आपके कष्ट”
तुलसी का पौधा कैसे हर लेता है आपके कष्ट? जानिए इसके चमत्कारी उपाय
रिमझिम रानी | धर्म व अध्यात्म विशेष
भारतीय संस्कृति में तुलसी का पौधा केवल एक जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि देवी लक्ष्मी का प्रतिरूप माना गया है। धार्मिक ग्रंथों में तुलसी को ‘विष्णुप्रिया’ कहा गया है, यानी भगवान विष्णु की प्रिय। शास्त्रों के अनुसार तुलसी जिस घर में होती है, वहां दुर्भाग्य, दरिद्रता और कलह का वास नहीं होता। तुलसी के पौधे में नियमित पूजा, देखभाल और कुछ खास उपायों को अपनाकर हम अपने जीवन से अनेक प्रकार के कष्ट दूर कर सकते हैं।
आइए जानते हैं तुलसी से जुड़े कुछ ऐसे खास टोटके और उपाय, जो घर की सुख-शांति से लेकर आपकी संतान प्राप्ति और व्यवसाय में लाभ तक सुनिश्चित कर सकते हैं।
1. किचन के पास तुलसी रखने से बढ़ता है पारिवारिक प्रेम
धार्मिक मान्यता है कि तुलसी का पौधा अगर रसोई या उसके पास लगाया जाए तो घर के सदस्यों के बीच प्रेम, सहयोग और भाईचारा बना रहता है। यह जगह तुलसी के लिए इसलिए भी उपयुक्त मानी जाती है क्योंकि वहां सकारात्मक ऊर्जा अधिक होती है और तुलसी को सूर्य की रोशनी भी प्राप्त होती है, जो उसे पुष्ट बनाती है।
2. सुबह-शाम दीपक जलाएं, खुशियां बरसेंगी
हर दिन सुबह और शाम तुलसी के नीचे देसी घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं। साथ ही तुलसी के पौधे के आसपास सफाई रखने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है।
3. संतान सुख और विवाह में आ रही बाधा दूर करे तुलसी नामाष्टक
जिन दंपतियों को संतान नहीं हो रही है, उन्हें तुलसी नामाष्टक का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए। यह एक शक्तिशाली स्तुति है, जिसमें तुलसी माता के आठ नामों का वर्णन होता है। मान्यता है कि इसका नियमित पाठ करने से दाम्पत्य जीवन में मधुरता आती है, शीघ्र संतान प्राप्ति होती है और विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
4. गृह प्रवेश में तुलसी का साथ लाना देता है अक्षय संपत्ति
अगर आप नए घर में प्रवेश कर रहे हैं, तो साथ में तुलसी का पौधा, भगवान श्रीहरि विष्णु की प्रतिमा या चित्र और जल से भरा कलश लेकर प्रवेश करें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती और नए घर में धन, वैभव और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
5. तुलसी से किया गया स्नान देता है तीर्थ स्नान जैसा पुण्य
यदि आप रोज़ स्नान के पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां डालते हैं, तो यह स्नान गंगा स्नान या किसी तीर्थस्थल में स्नान करने के समान फलदायी होता है। यह उपाय शरीर की शुद्धि के साथ-साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में आत्मबल बढ़ता है और व्यवसाय या नौकरी में लाभ मिलना शुरू हो जाता है।
6. व्यापार में हो नुकसान तो यह करें गुरुवार को
अगर आपका व्यापार लगातार घाटे में जा रहा है और आप कारण नहीं समझ पा रहे हैं, तो गुरुवार के दिन तुलसी के आसपास उगे हुए छोटे पौधों या घास को निकालकर एक पीले वस्त्र में बांधें और उसे अपने दुकान या ऑफिस में रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन की रुकावटें दूर होती हैं और जल्द ही व्यापार में उन्नति होती है।
तुलसी के पौधे से जुड़े कुछ जरूरी नियम
तुलसी माता के संबंध में कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी है, तभी उसके उपाय पूर्ण फलदायी होते हैं।
तुलसी को रविवार, एकादशी और संध्या समय जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
तुलसी की पत्तियां हमेशा दाहिने हाथ से और स्नान के बाद ही तोड़ें।
कभी भी तुलसी की पत्तियां चप्पल पहनकर या गंदे हाथों से नहीं तोड़नी चाहिए।
सूखी या मुरझाई हुई तुलसी को घर में न रखें। उसे नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें।
विज्ञान भी मानता है तुलसी की उपयोगिता
तुलसी को आयुर्वेद में भी सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। इसका नियमित सेवन प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जुकाम, खांसी, बुखार, सर्दी और साइनस जैसी समस्याओं में राहत देता है। वैज्ञानिक शोधों में यह प्रमाणित हो चुका है कि तुलसी का वातावरण को शुद्ध करने में भी अहम योगदान है। यह वायुमंडल से हानिकारक गैसों को अवशोषित कर वातावरण को ताजा और रोग-मुक्त बनाती है।
तुलसी न केवल आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह जीवन की समस्याओं का समाधान भी है। यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक तुलसी की पूजा की जाए, तो यह जीवन के अनेक कष्टों को हर सकती है। घर में तुलसी का वास यानी सुख, शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य का स्थायी प्रवेश। इसलिए कहावत भी है— “जहां तुलसी का निवास, वहां दुर्भाग्य का नाश।”