
देवघर: मंगलवार को प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेट कमेंटेटर एवं प्रो कबड्डी लीग निदेशक चारू शर्मा देवघर पहुँचे। जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. सुनील खवाड़े ने होटल पोर्टिको सरोवर में उनसे मुलाकात की और खेल एवं खिलाड़ियों के विकास को लेकर सार्थक संवाद हुआ।
देवघर — खेल जगत में सक्रियता और स्थानीय खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के जाने-माने कमेंटेटर और प्रो कबड्डी लीग के निदेशक चारू शर्मा देवघर पहुँचे। स्थानीय होटल पोर्टिको सरोवर में आयोजित औपचारिक मुलाकात में, उन्होंने जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. सुनील खवाड़े से खेलों के विस्तार, खिलाड़ियों की पहचान और प्रशिक्षण तथा क्षेत्रीय खेल संस्थाओं के सहयोग पर विस्तृत चर्चा की।
मुलाकात की शुरुआत में, डॉ. खवाड़े ने बताया कि देवघर जिले में पहली बार स्कूल ओलंपिक कार्यक्रम की शुरुआत उनकी विशेष पहल से की गई है। उन्होंने यह भी साझा किया कि इस आयोजन ने स्कूलों में खेल गतिविधियों को नई ऊर्जा दी है और बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा एवं तालमेल बढ़ाने में मददगार साबित हुआ है। यह सुनकर चारू शर्मा न केवल प्रसन्न हुए, बल्कि उन्होंने इस पहल की खुले दिल से सराहना की।
चारू शर्मा ने इस अवसर पर देवघर व झारखंड क्षेत्र में खेल एवं खिलाड़ियों के उत्थान के लिए अपना पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “जब भी इस दिशा में मुझे बुलाया जाएगा — चाहे वह खिलाड़ी सर्वेक्षण हो, प्रशिक्षण शिविर हो या संसाधन जुटाना — मैं हर संभव मदद करने के लिए तैयार हूँ।”
डॉ. खवाड़े ने खास तौर पर प्रदेश में हॉकी खेल की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि झारखंड के आदिवासी व जनजातीय क्षेत्रों में, जंगल-पहाड़ों ने संसाधनों की कमी होने के बावजूद, युवा उत्साही खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। यह सुनकर चारू शर्मा काफी प्रभावित हुए और उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों जैसे डॉ. खवाड़े का योगदान निस्संदेह मील का पत्थर साबित होता है।
मुलाकात के दौरान यह भी चर्चा हुई कि कैसे खेल प्रेमी, शिक्षक, स्थानीय खेल संघ व प्रशासकीय इकाइयाँ मिलकर बेहतर बुनियादी ढाँचे, कोचिंग सुविधाएँ और प्रतियोगिताओं का आयोजन सुनिश्चित कर सकती हैं। इस दौरान यह प्रस्ताव भी रखा गया कि आगामी समय में अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रमों को देवघर या नजदीकी शहरों में लाने की योजना बनाई जाए, ताकि स्थानीय खिलाड़ी प्रतिस्पर्धात्मक अवसर प्राप्त कर सकें।
देवघर के खिलाड़ियों की तराशने और क्षेत्रीय प्रतिभाओं को आगे ले जाने में डॉ. सुनील खवाड़े की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण मानी गई। संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार, शिक्षा विभाग एवं खेल संस्थाओं के बीच तालमेल अत्यंत ज़रूरी है ताकि खेल को केवल एक शौक नहीं, बल्कि करियर विकल्प के रूप में भी स्थापित किया जा सके।
मुलाकात में उपस्थित लोग
इस बैठक के दौरान, डॉ. सुनील खवाड़े के साथ मौजूद थे —
इस बैठक के दौरान, डॉ. सुनील खवाड़े के साथ मौजूद थे —
जिला खेल प्राधिकरण के सचिव आशीष झा
जिला वॉलीबॉल संघ के सचिव नवीन शर्मा
जिला चेस संघ के संयुक्त सचिव प्रकाश भारद्वाज
जिला कबड्डी कोच आलोक कुमार
एथलेटिक्स कोच दीपक कुमार
उन्होंने सभी मिलकर खेल क्षेत्र की चुनौतियों, संसाधन बाधाओं और संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।
मुलाकात के पश्चात, चारू शर्मा भागलपुर रवाना हुए, जहाँ अगले दिन भागलपुर प्रीमियर लीग के खिलाड़ियों के ऑक्शन कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस लेखकता से यह संकेत मिलता है कि उनका खेल जगत में सक्रिय हस्तक्षेप केवल टिप्पणी-मंच तक सीमित नहीं है, बल्कि आयोजन और प्रबंधन स्तर पर भी उनकी भागीदारी है।
चारू शर्मा का देवघर आगमन और उनके साथ हुई विचार-विमर्श निश्चय ही स्थानीय खेल क्षेत्र के लिए सकारात्मक संकेत है। इस मुलाकात ने यह स्पष्ट किया कि यदि सही दिशा, सहयोग एवं संसाधन मिल जाएँ तो गाँव और ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने वाली खेल प्रतिभाएँ राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना लोहा मनवा सकती हैं।
डॉ. सुनील खवाड़े जैसे उत्साही खेल प्रेमियों और संघों द्वारा की जा रही पहलों को चारू शर्मा जैसे समर्थन और सुदृढ़ मार्गदर्शन मिलने से, आने वाले समय में देवघर एवं झारखंड का नाम खेलों की मानचित्र पर और ऊँचा उठने की उम्मीद है।
हम आशा करते हैं कि इस बैठक से निकले प्रस्ताव जल्द ही क्रियान्वित हों और स्थानीय खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण, बेहतर संसाधन और बढ़िया अवसर मिलें।
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