
देवघर। नगर निगम क्षेत्र की लगातार बढ़ती समस्याओं को लेकर शहर के विभिन्न वार्डों के भावी प्रत्याशियों और समाजसेवकों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में साफ-सफाई व्यवस्था, ठोस कचरा प्रबंधन, स्ट्रीट लाइट, अवैध वसूली, प्रधानमंत्री आवास योजना और DMC कंट्रोल रूम से जुड़ी कई समस्याओं का उल्लेख किया गया। साथ ही इन समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग की गई।
प्रत्याशियों का कहना है कि नगर निगम का कार्यकाल समाप्त हुए पाँच वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन सफाईकर्मी अब भी पूर्व वार्ड पार्षदों के निर्देश पर ही कार्य कर रहे हैं। इससे कई वार्डों में गंदगी की समस्या गंभीर होती जा रही है। ज्ञापन में स्पष्ट मांग की गई है कि सभी सफाईकर्मियों को उनके संबंधित वार्ड में ही नियुक्त किया जाए। जिन्हें अन्यत्र भेजा गया है, उन्हें वापस उसी वार्ड में लगाया जाए ताकि सफाई व्यवस्था में सुधार हो सके।
ठोस कचरा प्रबंधन पर सवाल
भावी वार्ड प्रत्याशियों ने ठोस कचरा प्रबंधन (MSWM) को लेकर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि नगर निगम की ओर से पर्याप्त गाड़ियों की व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके कारण लोगों को अपने घर का कचरा दूर फेंकना पड़ता है। ज्ञापन में मांग की गई है कि प्रत्येक वार्ड में कम से कम दो छोटी गाड़ियों की व्यवस्था की जाए, ताकि गली-मोहल्लों से कचरा आसानी से उठाया जा सके।
प्रधानमंत्री आवास योजना में अवैध वसूली का आरोप
ज्ञापन में सबसे गंभीर आरोप प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ा हुआ है। प्रत्याशियों ने कहा कि योजना का लाभ लेने वाले लाभुकों से अवैध वसूली की जा रही है। कई मामलों में लाभुकों को पूरी राशि नहीं दी जाती, बल्कि बिचौलियों और कुछ कर्मचारियों द्वारा पैसों की कटौती की जाती है। इस पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
भावी प्रत्याशियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर आवास योजना में पारदर्शिता नहीं लाई गई और दलालों पर नकेल नहीं कसी गई तो वे जनता के साथ नगर निगम कार्यालय में धरना देने को बाध्य होंगे।
DMC कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली पर सवाल
नगर निगम के DMC कंट्रोल रूम पर भी गंभीर सवाल उठाए गए। प्रत्याशियों ने आरोप लगाया कि लोग कई बार शिकायत दर्ज कराते हैं लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। चाहे वह सफाई से जुड़ी शिकायत हो या नाली-जलजमाव की, कंट्रोल रूम केवल शिकायत दर्ज करता है लेकिन समाधान नहीं करता। इस वजह से लोग हताश और परेशान हैं।
स्ट्रीट लाइट को लेकर मांग
त्योहारों के मद्देनज़र प्रत्याशियों ने वार्डों में खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत और नई लाइट लगाने की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि अंधेरे में कई बार दुर्घटनाएं और आपराधिक घटनाएं हो जाती हैं। यदि समय रहते लाइटों की मरम्मती नहीं हुई तो आने वाले पर्व-त्योहारों में लोगों को भारी दिक्कत होगी।
जनता के साथ धरना देने की चेतावनी
भावी वार्ड प्रत्याशियों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए साफ कहा कि अगर समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वे मजबूरन जनता के साथ नगर निगम कार्यालय में धरना देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि शहर की समस्याओं को अब नजरअंदाज करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल रहे कई प्रत्याशी
ज्ञापन पर कई भावी वार्ड प्रत्याशियों और समाजसेवकों के हस्ताक्षर किए गए। इनमें मुख्य रूप से नीरज ठाकुर, चंदन शाह, प्रकाश महथा, मृत्युंजय कुमार राउत, महादेव पासवान, अमरेश ज्योति पूनम प्रकाश सिंह, राहुल प्रताप सिंह, चंदन सिंह, संजय बनर्जी, ललन मंडल, मनोज कुमार, सीमा बनर्जी और प्रशांत सिंह। सभी ने एकजुट होकर नगर निगम प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की।
देवघर की जनता की उम्मीदें
ज्ञापन सौंपने के बाद स्थानीय नागरिकों ने भी अपनी नाराज़गी जाहिर की। उनका कहना है कि शहर की समस्याएं सालों से जस की तस बनी हुई हैं। सफाई व्यवस्था बदहाल है, नालियां जाम रहती हैं, कचरे का निस्तारण नहीं हो पाता, और स्ट्रीट लाइटें महीनों से खराब पड़ी रहती हैं।
लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के लिए बनाई गई थी, लेकिन इसमें भ्रष्टाचार और दलाली बढ़ती जा रही है। लाभुकों को योजना की पूरी राशि नहीं मिल पाती, जिससे गरीबों का सपना अधूरा रह जाता है।
देवघर नगर निगम की समस्याओं को लेकर भावी वार्ड प्रत्याशियों द्वारा उठाई गई बातें आम जनता की आवाज हैं। अगर नगर निगम प्रशासन इन पर गंभीरता से कार्रवाई करता है तो निश्चित ही शहर की व्यवस्था सुधर सकती है। लेकिन अगर यह सिर्फ कागजी कार्रवाई तक सीमित रहा तो आने वाले दिनों में शहर की नाराज़गी बढ़ सकती है और इसका असर चुनाव में भी देखने को मिलेगा।