
देवघर। ब्रह्माकुमारीज़ की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि एवं विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर रविवार को देवघर सेवा केंद्र में मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर समाज सेवा विभाग (R.E.R.F) और इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, देवघर के सहयोग से आयोजित किया गया।
शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया जिसमें झारखंड दिगंबर जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष श्री ताराचंद जैन, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी देवघर के चेयरमैन श्री जितेश राजपाल, चेतना विकास संस्थान के श्री कुमार रंजन, दैनिक हिंदुस्तान देवघर ब्यूरो चीफ श्री राकेश कर्म्हे और देवघर सेवा केंद्र प्रभारी रीता दीदी शामिल रहे। इस अवसर पर सभी ने दादी प्रकाशमणि जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए और शिविर की औपचारिक शुरुआत की।
सुबह से उमड़ा उत्साह, शाम तक हुआ रक्तदान का सिलसिला
सुबह 10 बजे से ही लोग रक्तदान के लिए सेवा केंद्र पहुंचने लगे। दोपहर तक रक्तदाताओं की संख्या बढ़ती रही और अपराह्न 4 बजे तक करीब 40 से अधिक रक्तदाता रक्तदान कर चुके थे। आयोजन स्थल पर सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण देखने को मिला। रक्तदाताओं ने बताया कि यहां न केवल सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का अवसर मिल रहा है, बल्कि आध्यात्मिक शांति और आत्मिक संतोष की अनुभूति भी हो रही है।
दिव्यांग बच्ची तन्वी बनी प्रेरणा
इस शिविर का सबसे भावुक क्षण तब आया जब एक दिव्यांग बच्ची तन्वी सुल्तानिया अपने पिता सीए सुनील सुल्तानिया के साथ रक्तदान करने पहुंची। तन्वी ने कहा कि यह उसका सामाजिक दायित्व है और हर किसी को रक्तदान जैसे पुण्य कार्य में शामिल होना चाहिए। उसकी यह भावना और जज्बा उपस्थित सभी लोगों के लिए प्रेरणा बन गया। तन्वी ने स्पष्ट किया कि “रक्तदान से आत्मिक खुशी और सच्चा संतोष प्राप्त होता है।”
चिकित्सकों और सामाजिक संगठनों का सहयोग
शहर के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश प्रसाद भी शिविर में पहुंचे और रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। इसके अलावा कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए जिन्होंने रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रमुख रक्तदाता और सहयोगी
शिविर में साक्षी, सोनल, प्रशांत, राम किशोर, अशोक राम, पुनिया कुमारी, आयशा, अभिषेक कुमार सिंह, पल्लवी कुमारी, अजय कुमार, विनोद कुमार, राजेश कुमार सुल्तानिया, मनीष कुमार सुल्तानिया, आयुष भारद्वाज, अक्षत सुल्तानिया, अनंत सुल्तानिया सहित अनेक रक्तदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
वहीं ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़े भाई-बहनों जैसे अमर भाई, अभिषेक भाई, सुनील भाई, आशीष भाई, सत्यनारायण भाई, श्रवण भाई, अनिल भाई, अशोक भाई, बिरजू भाई, धनंजय भाई, शिल्पी बहन, सुनीता बहन, साक्षी बहन, संगीता बहन, किरण बहन, सुमन बहन, प्रीति बहन, पूनम बहन, मेधा बहन, पौलमी बहन समेत दर्जनों ने शिविर की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दादी प्रकाशमणि जी की प्रेरणा
आयोजन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि दादी प्रकाशमणि जी का जीवन समाज सेवा और विश्व बंधुत्व को समर्पित रहा है। उन्हीं की शिक्षाओं और प्रेरणा से ब्रह्माकुमारीज़ लगातार समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही है। रक्तदान शिविर भी उसी सेवा भावना का प्रतीक है।
समाज के लिए संदेश
रक्तदान शिविर ने देवघरवासियों को यह संदेश दिया कि रक्तदान महादान है। हर स्वस्थ व्यक्ति को इस अभियान से जुड़ना चाहिए। इससे न केवल जीवन बचाए जा सकते हैं बल्कि समाज में सहयोग और भाईचारे की भावना भी मजबूत होती है।
देवघर में आयोजित यह मेगा रक्तदान शिविर न केवल सफल रहा बल्कि समाज को एक प्रेरणादायी संदेश भी दे गया। दिव्यांग बच्ची तन्वी की भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि जब इच्छाशक्ति मजबूत हो तो कोई भी बाधा मायने नहीं रखती। विश्व बंधुत्व दिवस पर आयोजित इस शिविर ने दादी प्रकाशमणि जी की शिक्षाओं को सार्थक करते हुए सेवा और समर्पण की भावना को जीवंत कर दिया।