
भागलपुर/पटना। बिहार में सुरक्षा को लेकर एक गंभीर खतरे की सूचना सामने आई है। 12 सितंबर 2025 को भागलपुर जिले में एक पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल से बम विस्फोट की धमकी मिली है। धमकी में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शाम 4 बजे बिहार में बम विस्फोट किया जाएगा। इस सूचना के मिलते ही पुलिस मुख्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी जिलों के एसपी, डीआईजी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। भागलपुर समेत पूरे बिहार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
धमकी का स्रोत और सोशल मीडिया की भूमिका
यह धमकी एक विदेशी सोशल मीडिया अकाउंट से मिली है, जो पाकिस्तान से संचालित बताया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विशेष निगरानी रख रही हैं। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि यह धमकी एक अज्ञात नेटवर्क द्वारा फैलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य भय फैलाना है। पुलिस साइबर सेल ने सोशल मीडिया कंपनियों से संपर्क कर संदिग्ध प्रोफाइल्स की जानकारी मांगी है।
सोशल मीडिया आज एक शक्तिशाली माध्यम बन गया है। हालांकि इसका उपयोग सकारात्मक कार्यों के लिए किया जा सकता है, लेकिन इसका दुरुपयोग कर आतंकवादी और असामाजिक तत्व भय, अफवाह और हिंसा फैलाने के लिए कर रहे हैं। भागलपुर में मिली धमकी इसी का उदाहरण है।
एडीजी का अलर्ट और सुरक्षा व्यवस्था
धमकी मिलने के बाद बिहार पुलिस के एडीजी ने तत्काल प्रभाव से सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सतर्क कर दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी सार्वजनिक स्थलों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, धार्मिक स्थलों, बाजारों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए।
एडीजी ने कहा:
“हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत साझा करने का निर्देश दिया गया है। नागरिकों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पुलिस का सहयोग करें।”
भागलपुर के पुलिस अधीक्षक ने भी कहा कि जिले में जांच अभियान चल रहा है। संदिग्ध वाहनों की जांच की जा रही है, सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और खुफिया तंत्र सक्रिय कर दिया गया है।
तलाशी अभियान और सुरक्षा उपाय
1. भागलपुर में विशेष जांच अभियान – पुलिस और एसटीएफ संयुक्त रूप से जगह-जगह तलाशी ले रही हैं।
2. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर चेकिंग – हर यात्री की जांच कर संदिग्ध वस्तुओं की तलाश की जा रही है।
3. धार्मिक स्थलों की निगरानी – पूजा स्थलों और मेलों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
4. सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी कैमरों की सक्रियता – खुफिया विभाग ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है।
5. सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल सक्रिय – अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
6. स्वयंसेवी नेटवर्क से संपर्क – नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
नागरिकों से सतर्कता की अपील
भागलपुर और पूरे बिहार में पुलिस ने नागरिकों से निम्नलिखित निर्देश दिए हैं:
किसी भी अज्ञात व्यक्ति पर भरोसा न करें।
संदिग्ध वस्तु दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहों को साझा न करें।
यात्रा करते समय आवश्यक दस्तावेज साथ रखें।
बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल कर सहायता प्राप्त करें।
जिला प्रशासन ने कहा है कि सुरक्षा के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। नागरिकों का सहयोग ही ऐसी स्थिति में सबसे बड़ा बल होगा।
खुफिया तंत्र की भूमिका
राज्य पुलिस की खुफिया इकाइयों ने पहले से ही आतंकवादियों और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी हुई है। हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई संदिग्ध अकाउंट्स चिन्हित किए गए हैं। साइबर सेल इनकी जांच कर रही है।
भागलपुर और आसपास के जिलों में पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया है। ड्रोन निगरानी, चेहरा पहचान तकनीक और डिजिटल ट्रैकिंग का उपयोग कर सुरक्षा बढ़ाई जा रही है।
पूर्व घटनाओं से सबक
भारत में सोशल मीडिया के जरिए आतंक फैलाने की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। अफवाह फैलाकर भीड़ भड़काना, गलत सूचनाएं साझा करना और धमकियां देना आतंकवादियों की रणनीति का हिस्सा है। पुलिस ने ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर लोगों का विश्वास कायम रखा है।
भागलपुर में मिली धमकी को गंभीरता से लेकर प्रशासन ने सभी जिलों को सतर्क कर दिया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
बिहार सरकार की प्रतिक्रिया
बिहार सरकार ने भी सुरक्षा बढ़ाने के लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को निर्देश दिया है कि सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर तुरंत कार्रवाई की जाए। साथ ही जनता में भरोसा बनाए रखने के लिए प्रशासन लगातार संवाद कर रहा है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि बिहार किसी भी आतंकी गतिविधि का मुकाबला करने के लिए तैयार है और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
सोशल मीडिया पर जनता की प्रतिक्रिया
धमकी सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ अफवाहों से घबरा गए हैं। प्रशासन ने साफ कहा है कि बिना सत्यापन की खबरें फैलाना कानूनन अपराध है।
विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के साथ-साथ नागरिकों में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है ताकि कोई भी अफवाह आतंक का रूप न ले।
भागलपुर में मिली बम धमकी ने पूरे बिहार की सुरक्षा व्यवस्था को सतर्क कर दिया है। सोशल मीडिया के माध्यम से मिली इस धमकी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आधुनिक तकनीक का उपयोग कर आतंक फैलाने वाले सक्रिय हैं। परंतु राज्य की पुलिस, प्रशासन और नागरिकों की सजगता ही किसी भी आपदा से निपटने का सबसे मजबूत हथियार है।
भागलपुर और बिहार के अन्य हिस्सों में चल रहे सुरक्षा अभियान से स्पष्ट है कि प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है। नागरिकों से अपील है कि वे सतर्क रहें, पुलिस का सहयोग करें और अफवाहों से दूर रहें। सामूहिक प्रयास से ही राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।