
रांची। कक्षा 6 से 8 तक के लिए सहायक आचार्य (Assistant Teacher) की नियुक्ति प्रक्रिया एक बार फिर से अटक गई है। कल से शुरू होने वाली काउंसिलिंग को शिक्षा विभाग ने स्थगित करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से राज्यभर के अभ्यर्थियों में निराशा का माहौल है। जिन उम्मीदवारों ने लंबे समय से इस नियुक्ति प्रक्रिया का इंतजार किया था, उन्हें एक बार फिर से इंतजार करना होगा।
नियुक्ति स्थगित होने का कारण
शिक्षा विभाग के अनुसार, नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित करने के पीछे तकनीकी और प्रशासनिक कारण बताए गए हैं। कई जिलों से मिली रिपोर्ट में अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन में विसंगतियां पाई गई हैं। इसके अलावा, कुछ जिलों से आरक्षण सूची को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इन सभी कारणों की समीक्षा करते हुए विभाग ने काउंसिलिंग को टालने का निर्णय लिया।
अभ्यर्थियों में नाराजगी और चिंता
इस अचानक लिए गए फैसले ने अभ्यर्थियों के बीच असमंजस और नाराजगी बढ़ा दी है। कई अभ्यर्थी रांची पहुंच चुके थे और आवास की व्यवस्था भी कर चुके थे। उनका कहना है कि बार-बार नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव से उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहे हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार से स्थगन को जल्द हटाकर नई तिथि घोषित करने की मांग की है।
काउंसिलिंग की नई तारीख कब होगी?
शिक्षा विभाग ने काउंसिलिंग की नई तारीख की घोषणा अभी नहीं की है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, सभी तकनीकी व प्रशासनिक कमियों को दूर करने के बाद नई तिथि जारी की जाएगी। संभावना है कि सितंबर के पहले सप्ताह में प्रक्रिया को पुनः शुरू किया जा सकता है।
नियुक्ति प्रक्रिया का महत्व
राज्य में लंबे समय से कक्षा 6 से 8 तक की शिक्षा में शिक्षक संकट बना हुआ है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में शिक्षकों की भारी कमी के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस नियुक्ति प्रक्रिया के तहत सैकड़ों पदों को भरे जाने की योजना है, जिससे शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद थी।
अभ्यर्थियों के लिए सुझाव
अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से नोटिस चेक करते रहें।
दस्तावेजों की पुनः जांच कर लें ताकि अगली काउंसिलिंग में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
सोशल मीडिया या अफवाहों पर भरोसा करने के बजाय केवल विभागीय सूचना पर ही कार्रवाई करें।
सरकार के लिए चुनौती
झारखंड सरकार के सामने अब चुनौती है कि वह इस प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पूरा करे। शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए योग्य शिक्षकों की नियुक्ति अत्यंत आवश्यक है। यदि यह प्रक्रिया बार-बार टलती रही तो छात्रों की पढ़ाई पर और नकारात्मक असर पड़ेगा।
कक्षा 6 से 8 तक के लिए सहायक आचार्य नियुक्ति प्रक्रिया का स्थगन अभ्यर्थियों के लिए झटका साबित हुआ है। सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान कर नई तिथि घोषित करे, ताकि राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम पूरा हो सके।