देवघर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र में एक बार फिर भू-माफियाओं के हौसले बुलंद दिखाई दे रहे हैं। महेंद्र यादव नामक एक किसान ने गंभीर आरोप लगाते हुए देवघर के पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन दिया है कि कुछ दबंग और भू-माफिया उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुंडा थाना में कई बार शिकायत देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पीड़ित किसान का आरोप — हथियारबंद गुंडों ने दी जान से मारने की धमकी
महेंद्र यादव, उम्र 47 वर्ष, पिता जयराम महतो, निवासी ग्राम मझलाडीह, थाना जसीडीह, जिला देवघर ने आवेदन में बताया है कि 30 अक्टूबर 2025 को दोपहर लगभग 12 बजे, तीन व्यक्तियों — (1) राकेश श्रीवास्तव पिता नाथू लाल, (2) निर्मल मिश्रा पिता रमाशंकर मिश्रा और (3) विनोद यादव पिता लालमोहन यादव — ने अपने साथ कुछ अज्ञात हथियारबंद लोगों को लेकर उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की।
महेंद्र यादव के अनुसार, ये लोग मौके पर पहुंचकर अपशब्द कहने लगे और धमकी दी कि यदि उन्होंने विरोध किया तो उन्हें जान से मार देंगे। इतना ही नहीं, आरोपी पक्ष ने उनसे ₹5 लाख की मांग की और कहा कि “अगर जमीन चाहिए तो पैसा दो, वरना जान चली जाएगी।”
भू-माफियाओं ने की मारपीट और धमकी
पीड़ित ने बताया कि उक्त लोग उनकी जमीन पर माप-तौल करने के बहाने आए और कब्जा जमाने लगे। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उनके साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की। उन्होंने बताया कि “निर्मल मिश्रा ने कहा कि हम लोग तुम्हारा पूरा खेत खाली कर देंगे, ज्यादा बोलोगे तो गोली मार देंगे।”
इस घटना से डरे सहमे महेंद्र यादव ने तुरंत कुंडा थाना जाकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। परंतु, उनके अनुसार, थाना प्रभारी द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी “निर्मल मिश्रा” और “राकेश श्रीवास्तव” जैसे प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर निष्क्रिय बने हुए हैं।

5 साल से जारी है विवाद, फिर भी कार्रवाई नहीं
आवेदन में महेंद्र यादव ने यह भी उल्लेख किया है कि पिछले 5 वर्षों से वे अपनी जमीन को लेकर लगातार न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुंडा थाना प्रभारी द्वारा पहले भी एक जांच एसआई सत्यदेव सिंह को सौंपी गई थी, लेकिन आज तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला।
उन्होंने कहा कि “भू-माफिया लोग पुलिस की मिलीभगत से गरीब किसानों की जमीन हड़प रहे हैं। मेरी जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य की तैयारी चल रही है, जबकि प्रशासन चुप है।”
भू-माफियाओं के खिलाफ जांच की मांग
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक देवघर से निवेदन किया है कि वे स्वयं मामले की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों के खिलाफ उन्होंने आवेदन दिया है, वे इलाके के जाने-माने भू-माफिया हैं और कई पुराने विवादों में भी शामिल रह चुके हैं।
महेंद्र यादव ने कहा — “अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो ये लोग किसी दिन मुझे या मेरे परिवार को जान से मार देंगे। प्रशासन से मेरी एक ही मांग है कि सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो और मेरी जमीन मुझे वापस मिले।”
कार्रवाई की मांग उच्च अधिकारियों से
महेंद्र यादव ने यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले की प्रति पुलिस उपमहानिरीक्षक (दुमका परगना प्रमंडल), पुलिस महानिरीक्षक (दुमका परगना प्रमंडल), पुलिस महानिदेशक (रांची) और सभी प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानों को भी भेजी है, ताकि न्याय की आवाज ऊपर तक पहुंच सके।
उन्होंने कहा — “कुंडा थाना के अधिकारी अगर निष्पक्ष जांच नहीं कर सकते, तो जिला पुलिस अधीक्षक देवघर स्वयं मौके का निरीक्षण करें और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करें।”
ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में भी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर प्रशासन समय पर कदम नहीं उठाता, तो क्षेत्र में स्थिति बिगड़ सकती है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि गरीब किसानों की जमीन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और भू-माफियाओं को गिरफ्तार किया जाए।
पीड़ित की मांगें:
1. कुंडा थाना प्रभारी के खिलाफ निष्क्रियता की जांच की जाए।
2. आरोपी राकेश श्रीवास्तव, निर्मल मिश्रा, और विनोद यादव के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए।
3. पीड़ित की जमीन की सरकारी संरक्षण में मापी कराई जाए।
4. पुलिस प्रशासन भू-माफियाओं पर अंकुश लगाए और किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
देवघर में जमीन से जुड़ा यह विवाद एक बार फिर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। अगर वाकई थाना स्तर पर कार्रवाई नहीं की जा रही है, तो यह मामला उच्च अधिकारियों की सीधी हस्तक्षेप की मांग करता है। फिलहाल पीड़ित महेंद्र यादव ने जिला प्रशासन से त्वरित और निष्पक्ष जांच की उम्मीद जताई है।
