
देवघर निजी क्लीनिक विवाद
देवघर। शहर के एक निजी क्लीनिक में शनिवार को अफरा – तफरी मच गई, जब एक गंभीर मरीज को रेफर न करने पर परिजनों ने तीन घंटे तक जमकर हंगामा किया। मामला डॉक्टर पल्लवी के क्लीनिक का है, जहां बिहार के बांका जिले से आए रतन कुमार यादव ने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए भर्ती कराया था। आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण नवजात की मौत हो गई और जच्चा की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। इसके बाद परिजनों ने क्लीनिक प्रशासन पर दबाव बनाया कि मरीज को तुरंत रेफर किया जाए, लेकिन डॉक्टर ने कथित तौर पर मोटी रकम की मांग कर दी। पैसे नहीं देने पर मरीज को रोक लिया गया, जिससे परिजनों का आक्रोश और बढ़ गया।
परिजनों का आरोप: पैसे के लिए किया गया मरीज को बंधक
परिजनों ने कहा कि जब उन्होंने रेफर की मांग की तो डॉक्टर ने बड़ी रकम मांगी। पैसे नहीं देने पर मरीज को रेफर करने से मना कर दिया गया। इस वजह से परिजनों और डॉक्टर के बीच विवाद शुरू हो गया। गुस्साए परिजनों ने क्लीनिक में हंगामा शुरू कर दिया, जो करीब तीन घंटे तक चला। इस दौरान स्थिति तनावपूर्ण बनी रही और स्थानीय लोगों की भीड़ भी जुट गई।
अन्य मरीजों के परिजन भी सामने आए
गिरिडीह और कृष्णापुरी की दो अन्य महिलाओं के परिजनों ने भी क्लीनिक पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि यहां इलाज में लापरवाही होती है और दवाइयों की कीमत मनमानी तरीके से वसूली जाती है। जब परिजन बाहर से दवाएं लाए तो डॉक्टर ने उन्हें गलत बताते हुए क्लीनिक की ही दवाएं लेने को मजबूर किया। इससे मरीजों के परिजनों का गुस्सा और भड़क गया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली
करीब 2:30 बजे शुरू हुआ यह हंगामा शाम 6 बजे तक चला। सूचना मिलते ही नगर पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित परिजनों को शांत कराया। पुलिस ने डॉक्टर और क्लीनिक प्रशासन से जवाब मांगा। हालांकि डॉक्टर पल्लवी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि क्लीनिक में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं और हर मरीज को उचित इलाज दिया जाता है। डॉक्टर का दावा है कि क्लीनिक में CCTV कैमरे लगे हैं, जिसकी फुटेज से सच्चाई सामने आ जाएगी।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने देवघर शहर की निजी स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों का आरोप है कि इलाज के नाम पर लापरवाही और पैसों की मनमानी खुलेआम हो रही है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच की बात कही है।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषी पाए जाने पर संबंधित डॉक्टर और क्लीनिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। लोगों का कहना है कि मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।