देवघर जिले के मोहनपुर थाना अंतर्गत अघनुवान गाँव में गहमागहमी के बीच एक भयावह वारदात सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह स्थानीय सीमेंट की दुकान के समीप अचानक तीन-चार अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें बिक्की यादव गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायल युवक को आनन-फानन में पकड़कर इलाज के लिए सदर अस्पताल, देवघर भेजा। प्रारंभिक चिकित्सकीय जानकारी के मुताबिक विक्की की हालत नाज़ुक है और मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम पूरे घटनास्थल का निरीक्षण कर रही है।
घटना का क्रम
मौके पर मौजूद ग्रामीणों के अनुसार, विक्की यादव उस समय दुकान के पास खड़े थे । अचानक तीन से चार संदिग्ध अपराधी दुकान के सामने आ मिले और बिना किसी चेतावनी के फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी से वहां खड़ी सीमेंट की दुकान के गेट व आसपास के क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की त्वरित सहायता से विक्की को सुरक्षित स्थान पर लाया गया एवं पुलिस को सूचना दी गई।
पुरानी रंजिश को माना जा रहा है कारण
पुलिस द्वारा प्राथमिक पूछताछ के आधार पर यह सामने आया है कि यह हमला किसी अचानक विवाद का नहीं बल्कि पुरानी रंजिश का परिणाम हो सकता है। विक्की यादव ने पुलिस को दिए गए बयान में आरोप लगाया है कि गाँव की मुखिया के पति तथा तीन अन्य व्यक्तियों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा है कि विवाद काफी समय से चल रहा था और आज उसने खतरनाक रूप ले लिया।
पुलिस की कार्यवाही
घटना स्थल की पड़ताल के दौरान पुलिस को खोखा (कारतूस की मुँह-खाली खोखा) बरामद हुआ है, जो इस फायरिंग की पुष्टि करता है। इसके अतिरिक्त, बताया जा रहा है कि दुकान के आसपास लगे CCTV कैमरे ने पूरी घटना कैद कर ली थी, जिसकी फुटेज पुलिस ने जब्त कर ली है। अब पुलिस अपराधियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी को तेज कर रही है।
इलाके में बढ़ा तनाव और सुरक्षा व्यवस्था
वारदात के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। दुकानदार तथा स्थानीय ग्रामीण अशांत दिख रहे हैं और घटना के कारण सुरक्षा-चिंता बढ़ गई है। इस बीच पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ किया है, ताकि किसी प्रकार की बाद की घटना न घटे और परिस्थिति नियंत्रण में बनी रहे।
क्या है आगे की राह?
पुलिस जांच आगे तीन प्रमुख दिशा में आगे बढ़ रही है:
सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल कर अपराधियों की पहचान करना।
खोखे, फायरिंग के सबूत और अन्य साक्ष्यों को जुटाना।
आरोपियों की लापता स्थिति में घेराबंदी तथा गिरफ्तारी व्यवस्था।
अगर पुलिस आरोपियों को जल्दी-से-जल्दी गिरफ्तार कर लेती है, तो न सिर्फ घटना में न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी भयावह वारदातों की पुनरावृत्ति को रोकने का संदेश भी जाएगा।
यह घटना न सिर्फ एक स्थानीय अपराध है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा, युवा-विभाजन एवं कानून-व्यवस्था जैसे बड़े मसलों को इंगित करती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि प्रशासन, स्थानीय पंचायत और समाज मिलकर पुनरावृत्ति को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाएं।
