
नई दिल्ली/पटना। बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा धीरे-धीरे राजनीतिक रंग पकड़ रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने काफिले के साथ सुपौल से होते हुए मधुबनी पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस यात्रा की खास बात यह रही कि इसमें कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल हुईं। बिहार की सियासत में इसे महागठबंधन की नई मजबूती के रूप में देखा जा रहा है।
प्रियंका गांधी के आने से कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश देखा गया। यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और हाथों में तिरंगा व कांग्रेस के झंडे लिए नारेबाजी करते नजर आए। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि यह यात्रा केवल कांग्रेस या किसी दल की नहीं बल्कि “भारत के हर मतदाता की आवाज” है।
राहुल गांधी का हमला –
राहुल गांधी ने कहा कि आज देश का हर नागरिक अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है। केंद्र की NDA सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि “आम जनता के हक छीनकर कुछ अरबपतियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वोटर अधिकार यात्रा का मकसद जनता को यह समझाना है कि लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब वोट का अधिकार सुरक्षित रहेगा।
प्रियंका गांधी की एंट्री से माहौल गर्माया –
यात्रा में प्रियंका गांधी की मौजूदगी ने माहौल को और जोशीला बना दिया। उन्होंने भी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “बिहार की धरती हमेशा लोकतंत्र की रक्षक रही है। जब-जब देश में आवाज दबाने की कोशिश हुई है, बिहार ने सबसे पहले विरोध दर्ज कराया है।” प्रियंका ने युवाओं और महिलाओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आएं।
तेजस्वी यादव का NDA पर वार –
राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मंच साझा किया। उन्होंने जमकर NDA पर हमला बोला। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा –
“NDA का मतलब है – नहीं देंगे अधिकार।”
उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल बिहार को बेरोजगारी, महंगाई और पलायन की राह पर धकेल रहे हैं।
मधुबनी और सुपौल में राहुल गांधी के काफिले के स्वागत के दौरान भारी भीड़ उमड़ी। जगह-जगह फूल-मालाओं से उनका अभिनंदन किया गया। कांग्रेस और राजद के कार्यकर्ता नारे लगाते रहे – “लोकतंत्र बचाओ, अधिकार दिलाओ”। कई गांवों और कस्बों में लोग अपने घरों की छतों और सड़कों पर खड़े होकर यात्रा का हिस्सा बने।
बिहार की राजनीति में नया समीकरण –
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रियंका गांधी की सक्रियता और राहुल गांधी की निरंतर मौजूदगी बिहार में कांग्रेस की ताकत को बढ़ा सकती है। वहीं तेजस्वी यादव के साथ एकजुट होकर मंच साझा करना यह संदेश दे रहा है कि महागठबंधन आने वाले चुनावों में NDA को सीधी चुनौती देने के लिए तैयार है।
NDA पर विपक्ष का हमला क्यों तेज?
विपक्ष लगातार यह आरोप लगा रहा है कि केंद्र सरकार चुनावी सुधारों और EVM पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर गंभीर नहीं है।
वोटर अधिकार यात्रा को इसी सिलसिले में जनता को जागरूक करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
विपक्ष का कहना है कि सरकार जनता के मूलभूत अधिकारों से समझौता कर रही है।
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा अब दरभंगा और समस्तीपुर की ओर बढ़ेगी। यात्रा के दौरान कई जिलों में बड़ी सभाएं आयोजित की जाएंगी। कांग्रेस और राजद के नेताओं का कहना है कि यह यात्रा केवल बिहार तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि देश के कई राज्यों में भी इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
निचोड़
बिहार की राजनीति में वोटर अधिकार यात्रा बड़ा मुद्दा बनती जा रही है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तेजस्वी यादव की साझा मौजूदगी से महागठबंधन ने यह साफ कर दिया है कि वे NDA के खिलाफ एकजुट हैं। वहीं तेजस्वी का NDA पर “नहीं देंगे अधिकार” वाला बयान इस यात्रा की मुख्य लाइन बन चुका है, जो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है।