
Imphal: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन खत्म करने की तैयारी, नई सरकार गठन का दावा पेश।
इम्फाल: उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर की राजनीतिक स्थिति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। लंबे समय से राष्ट्रपति शासन के अधीन चल रहे राज्य में अब नई सरकार के गठन की संभावना प्रबल हो गई है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ प्रमुख राजनीतिक दलों ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर तनाव बना हुआ था, जिसके चलते राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। लेकिन अब राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं और सरकार गठन को लेकर गहन चर्चा और बातचीत चल रही है।
बताया जा रहा है कि संभावित गठबंधन में भाजपा (भारतीय जनता पार्टी), एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी), और कुछ निर्दलीय विधायकों की अहम भूमिका हो सकती है। हालांकि अभी तक किसी दल की ओर से आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इस पर निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है।
राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने और नई सरकार के गठन को लेकर आवश्यक प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यदि नई सरकार का गठन सफल होता है, तो यह मणिपुर के लिए स्थिरता और विकास की दिशा में एक अहम कदम होगा।
गौरतलब है कि मणिपुर में बीते वर्ष व्यापक जातीय हिंसा और प्रशासनिक अस्थिरता के कारण लोकतांत्रिक प्रक्रिया बाधित हुई थी। राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद प्रशासनिक नियंत्रण केंद्र सरकार के हाथ में चला गया था। लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, जिससे लोकतांत्रिक व्यवस्था बहाल होने की संभावना दिख रही है।
जनता को भी उम्मीद है कि नई सरकार शांति, सौहार्द और विकास की राह पर मणिपुर को आगे ले जाएगी।