
नई दिल्ली। देशभर में लगातार हो रही भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पहाड़ी राज्यों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, वहीं मैदानों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित कई राज्यों के जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी आज मूसलाधार बारिश का अलर्ट घोषित किया गया है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हालात भयावह
हिमाचल प्रदेश में पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। कई जगह भूस्खलन के कारण सड़कें बाधित हैं और यातायात पूरी तरह प्रभावित है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटा हुआ है।
उधर, उत्तराखंड में बादल फटने की घटनाओं ने तबाही मचाई है। पहाड़ी नालों का जलस्तर अचानक बढ़ने से कई घर बह गए और खेतों को भारी नुकसान हुआ। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (SDRF) ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है।
दिल्ली-एनसीआर में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश से सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यातायात प्रभावित है और कई जगहों पर जाम की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों को बिना जरूरत बाहर न निकलने की सलाह दी है।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बाढ़ का खतरा
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज जैसे जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है। मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश के चलते नर्मदा और बेटवा नदी उफान पर हैं। कई इलाकों में गांवों को खाली कराया जा रहा है।
मुंबई में बारिश ने रोकी रफ्तार
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आज मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज बंद रखने का निर्णय लिया है। कई जगहों पर रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि देश के कई हिस्सों में अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। खासकर उत्तर भारत और मध्य भारत के राज्यों में मौसम की स्थिति और बिगड़ सकती है।
आम जनता के लिए एडवाइजरी
अनावश्यक यात्रा से बचें।
नदियों और नालों के पास न जाएं।
बिजली गिरने की संभावना के चलते खुले मैदान में खड़े न रहें।
प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन की तैयारियां
केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर हालात से निपटने के लिए लगातार समीक्षा बैठकें कर रही हैं। एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। प्रभावित इलाकों में टेंट और अस्थायी शिविरों की व्यवस्था की जा रही है।
बरसात के इस मौसम में पहाड़ से लेकर मैदान तक लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग की चेतावनी को हल्के में न लें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। भारी बारिश से उत्पन्न प्राकृतिक आपदाएं आम जनता के जीवन को प्रभावित कर रही हैं, ऐसे में केवल जागरूकता और सतर्कता से ही नुकसान को कम किया जा सकता है।