नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है। यह टेस्ट सीरीज 14 नवंबर से शुरू होगी। लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को एक बार फिर चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज किया है। वहीं टीम में कई युवा चेहरों को मौका दिया गया है जो घरेलू क्रिकेट और पिछली सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यह दो मैचों की टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के तहत खेली जाएगी, जिसका पहला मुकाबला केपटाउन में और दूसरा मैच जोहान्सबर्ग में खेला जाएगा। दोनों ही टीमें इस सीरीज को लेकर पूरी तैयारी में जुटी हैं क्योंकि यह सीरीज WTC पॉइंट्स की दौड़ में अहम भूमिका निभाएगी।
टीम इंडिया का ऐलान:
बीसीसीआई द्वारा जारी टीम में कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान जसप्रीत बुमराह को बरकरार रखा गया है। ओपनिंग में शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल पर एक बार फिर भरोसा जताया गया है। मिडिल ऑर्डर में विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और रविंद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी ऋषभ पंत और केएस भरत निभाएंगे।
गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। हालांकि मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है।
मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी पर सवाल:
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पिछले कुछ समय से चोट से उबर रहे हैं। चयनकर्ताओं का कहना है कि वह अभी पूरी तरह फिट नहीं हैं, इस वजह से उन्हें आराम दिया गया है। हालांकि क्रिकेट फैंस का कहना है कि शमी के अनुभव की टीम को साउथ अफ्रीका जैसी तेज पिचों पर जरूरत थी।
शमी के करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट लिए हैं। उनके पास नई गेंद से लेकर पुरानी गेंद तक स्विंग कराने की खासियत है। इसलिए टीम में उनकी जगह किसी अन्य खिलाड़ी को शामिल किए जाने से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं।

नए खिलाड़ियों को मिला मौका:
इस बार टीम में कुछ युवा खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। उमेश यादव की जगह प्रसिद्ध कृष्णा को मौका दिया गया है, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को भी शामिल किया गया है ताकि टीम को मिडिल ऑर्डर में बैलेंस मिल सके।
कोच राहुल द्रविड़ का बयान:
टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, “हम साउथ अफ्रीका के खिलाफ मजबूत संयोजन के साथ उतरना चाहते हैं। टीम के चयन में खिलाड़ियों की फिटनेस और फॉर्म को प्राथमिकता दी गई है। शमी हमारे लिए अहम खिलाड़ी हैं, लेकिन हम नहीं चाहते कि वह जल्दबाजी में वापसी करें।”
द्रविड़ ने आगे कहा कि भारत की बेंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत हो चुकी है और नए खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका देने से टीम को भविष्य में फायदा मिलेगा।
विराट कोहली और रोहित शर्मा पर जिम्मेदारी:
सीरीज में भारतीय टीम की नजरें कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली पर रहेंगी। दोनों बल्लेबाजों का साउथ अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार रहा है। केपटाउन और जोहान्सबर्ग की तेज पिचों पर उनके अनुभव का टीम को पूरा फायदा मिल सकता है।
साउथ अफ्रीका की टीम भी तैयार:
दक्षिण अफ्रीका की टीम भी अपने घरेलू मैदान पर जीत दर्ज करने के लिए तैयार है। कप्तान टेम्बा बावुमा, कागिसो रबाडा और एनरिक नॉर्किया जैसे खिलाड़ी भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं। दोनों टीमों के बीच हमेशा कड़ी टक्कर देखने को मिलती है और इस बार भी मुकाबला रोमांचक रहने की उम्मीद है।
संभावित भारतीय टीम:
कप्तान: रोहित शर्मा
उपकप्तान: जसप्रीत बुमराह
शुभमन गिल
यशस्वी जायसवाल
विराट कोहली
केएल राहुल
श्रेयस अय्यर
रविंद्र जडेजा
रविचंद्रन अश्विन
मोहम्मद सिराज
अक्षर पटेल
प्रसिद्ध कृष्णा
वॉशिंगटन सुंदर
ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
केएस भरत (विकेटकीपर)
कुलदीप यादव
भारत-साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज शेड्यूल:
पहला टेस्ट: 14 नवंबर, केपटाउन
दूसरा टेस्ट: 22 नवंबर, जोहान्सबर्ग
दोनों मैच भारतीय समयानुसार सुबह 1:30 बजे से शुरू होंगे।
फैंस की उम्मीदें और चर्चाएं:
सोशल मीडिया पर मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। कई फैंस का कहना है कि अनुभव की कमी टीम को भारी पड़ सकती है, वहीं कुछ का मानना है कि नए खिलाड़ियों को मौका देना टीम के भविष्य के लिए अच्छा कदम है।
इस बीच बीसीसीआई ने साफ किया है कि शमी पूरी तरह फिट होने के बाद दिसंबर में होने वाली घरेलू सीरीज में वापसी कर सकते हैं।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच होने वाली यह टेस्ट सीरीज रोमांचक होने वाली है। एक तरफ युवा खिलाड़ियों को मौका मिलेगा तो दूसरी ओर सीनियर खिलाड़ियों पर प्रदर्शन का दबाव रहेगा। मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी के बावजूद टीम इंडिया जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीम भारत में मिली लय को विदेश की तेज पिचों पर भी बरकरार रख पाती है या नहीं।
