
जमशेदपुर। पूर्वी भारत के प्रमुख कैंसर उपचार केंद्रों में शामिल मेहर भाई कैंसर अस्पताल (Meherbai Cancer Hospital) ने अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस स्वर्ण जयंती अवसर पर 6 और 7 सितंबर को अस्पताल परिसर में विशाल ऑन्कोलॉजी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के नामी कैंसर विशेषज्ञ, ऑन्कोलॉजिस्ट, सर्जन और मेडिकल छात्र शामिल होंगे। इसका उद्देश्य कैंसर उपचार के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, शोध कार्यों और भविष्य की रणनीतियों पर विमर्श करना है।
50 साल की ऐतिहासिक यात्रा
मेहर भाई कैंसर अस्पताल की स्थापना 1975 में जमशेदपुर में कैंसर मरीजों के लिए बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हुई थी। उस समय पूर्वी भारत में कैंसर उपचार के लिए बड़े अस्पतालों की कमी थी। टाटा स्टील के सहयोग से स्थापित इस संस्थान ने धीरे-धीरे कैंसर उपचार, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई।
पिछले पांच दशकों में अस्पताल ने लाखों मरीजों का इलाज किया और कई परिवारों को नई उम्मीद दी। वर्तमान में यह अस्पताल अत्याधुनिक मशीनों, विशेषज्ञ डॉक्टरों और प्रशिक्षित स्टाफ के साथ कैंसर के संपूर्ण उपचार की सुविधा प्रदान कर रहा है।
स्वर्ण जयंती समारोह और ऑन्कोलॉजी कॉन्फ्रेंस
6 और 7 सितंबर को आयोजित होने वाली इस दो दिवसीय ऑन्कोलॉजी कॉन्फ्रेंस में देश के 200 से अधिक कैंसर विशेषज्ञ शामिल होंगे। कॉन्फ्रेंस के दौरान निम्नलिखित मुख्य विषयों पर चर्चा होगी:
कैंसर के बढ़ते मामले और उसके रोकथाम के उपाय
रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी में नवीनतम तकनीक
कैंसर सर्जरी के आधुनिक तरीके
जनजागरूकता और समय पर स्क्रीनिंग का महत्व
ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर उपचार की चुनौतियां
इस अवसर पर अस्पताल प्रशासन द्वारा एक स्मारिका का भी विमोचन किया जाएगा, जिसमें 50 वर्षों की उपलब्धियों और मरीजों की प्रेरक कहानियों को शामिल किया जाएगा।
कैंसर मरीजों के लिए मेहर भाई अस्पताल की भूमिका
जमशेदपुर सहित पूरे झारखंड, बिहार, ओडिशा और बंगाल के मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल ने कैंसर के शुरुआती चरण में पहचान और समय पर इलाज की दिशा में कई जनजागरूकता कार्यक्रम भी चलाए हैं। मुफ्त कैंसर जांच शिविर, ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर जागरूकता रैलियां और समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण अभियान इसके मुख्य अंग रहे हैं।
अस्पताल में नवीनतम PET-CT स्कैन, MRI, रेडिएशन थैरेपी यूनिट और अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर उपलब्ध हैं। इसके अलावा कैंसर पीड़ितों के मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वास के लिए विशेष काउंसलिंग सुविधा भी दी जाती है।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, टाटा स्टील के वरिष्ठ पदाधिकारी और देश के प्रतिष्ठित ऑन्कोलॉजिस्ट शामिल होंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस अवसर पर कैंसर उपचार में नई योजनाओं की घोषणा भी हो सकती है।
भविष्य की योजनाएं
मेहर भाई कैंसर अस्पताल आने वाले वर्षों में कैंसर रिसर्च सेंटर, रोबोटिक सर्जरी यूनिट और विशेष बच्चों के कैंसर वार्ड की स्थापना की दिशा में काम कर रहा है। अस्पताल प्रशासन का लक्ष्य है कि पूर्वी भारत में कैंसर के क्षेत्र में इसे सुपर स्पेशलिटी और रिसर्च हब के रूप में विकसित किया जाए।
स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर योगदान
इस अस्पताल ने न केवल जमशेदपुर बल्कि पूरे देश के कैंसर मरीजों के लिए एक भरोसेमंद नाम स्थापित किया है। हर साल हजारों मरीज यहां इलाज करवाते हैं और कई सामाजिक संस्थाएं भी अस्पताल के साथ मिलकर गरीब मरीजों को आर्थिक सहयोग प्रदान करती हैं।
मेहर भाई कैंसर अस्पताल की 50 वर्षों की यात्रा चिकित्सा जगत के लिए एक प्रेरणा है। इस अवसर पर होने वाली ऑन्कोलॉजी कॉन्फ्रेंस से न केवल विशेषज्ञों को आपस में विचार-विमर्श का मंच मिलेगा, बल्कि भविष्य में कैंसर उपचार के नए आयाम भी खुलेंगे।